नई दिल्लीः पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से प्रसारित की जा रही थी कि भारतीय सेना के उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार उनके पद से हटा दिया गया है। भारत सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) ने बुधवार को इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया और इसे महज अफवाह करार दिया।
पीआईबी ने स्पष्ट किया है कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है और लेफ्टिनेंट जनरल कुमार नियत समय पर 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने 'X' (पूर्व ट्विटर) पर इस फर्जी दावे से जुड़ी कई सोशल मीडिया पोस्ट्स का कोलाज साझा करते हुए इसे भ्रामक करार दिया।
पीआईबी ने पोस्ट में लिखा, "पाकिस्तान समर्थक कई सोशल मीडिया अकाउंट्स द्वारा यह फर्जी दावा किया जा रहा है कि पहलगाम हमले के बाद लेफ्टिनेंट जनरल सुचिंद्र कुमार को हटा दिया गया है। #PIBFactCheck — यह दावा झूठा है।"
Several pro-Pakistan social media accounts falsely claim that Northern Commander Lt Gen Suchindra Kumar has been removed from his post after the Pahalgam incident#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 30, 2025
❌ The claims being made in these posts are #fake
✅ Lt. Gen MV Suchindra Kumar is attaining… pic.twitter.com/MogYJABl1Z
पीआईबी के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को भारतीय सेना की उत्तरी कमान के नए कमांडर के रूप में नियुक्त किया जाएगा। सुचिंद्र कुमार ने फरवरी 2024 में उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का कार्यभार संभाला था। इससे पहले वे भारतीय सेना के उप-सेनाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही हैं भ्रामक जानकारियां
पीआईबी ने यह भी जानकारी दी कि हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच कई सोशल मीडिया अकाउंट्स जानबूझकर गलत और मनगढ़ंत सूचनाएं फैला रहे हैं।
प्रेस सूचना ब्यूरो ने सोमवार को एक और फर्जी दावे को खारिज किया, जिसमें कुछ खातों ने यह प्रचारित किया था कि भारतीय सेना की तैयारियों से जुड़े 'गोपनीय दस्तावेज' लीक हो गए हैं। पीआईबी ने इन्हें भी नकली दस्तावेज करार दिया और लोगों से केवल सरकारी सूत्रों से ही सत्यापित जानकारी पर भरोसा करने की अपील की।
डोनेशन वाले फर्जी संदेश पर भी सरकार की चेतावनी
रक्षा मंत्रालय ने भी रविवार को एक भ्रामक व्हाट्सएप संदेश पर चेतावनी जारी की, जिसमें यह झूठा दावा किया गया था कि सरकार ने भारतीय सेना के आधुनिकीकरण के लिए बैंक खाता खोलकर लोगों से चंदा मांगा है। मंत्रालय ने इसे धोखाधड़ी बताया और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की। पीआईबी ने इस संबंध में भी एक्स पर एक फैक्ट चेक पोस्ट साझा कर लोगों को ऐसे झूठे संदेशों से सावधान रहने की सलाह दी।