बिहार से गोवा जा रहे एक परिवार को गूगल मैप पर भरोसा करना भारी पड़ गया। बिहार से गोवा की यात्रा पर निकला एक परिवार गूगल मैप्स पर भरोसा करने के चलते कर्नाटक के बेलगावी जिले के खनापुर के घने भीमगढ़ जंगल में पूरी रात फंसा रहा। यह घटना परिवार के लिए किसी डरावने अनुभव से कम नहीं थी।

खौफनाक जंगल में बिताई रात

यह हादसा तब शुरू हुआ जब गूगल मैप्स ने परिवार को शिरोली और हेम्मडगा के पास एक शॉर्टकट मार्ग दिखाया। इस मार्ग से अनजान, परिवार भीमगढ़ वन्यजीव अभयारण्य  में करीब 8 किलोमीटर अंदर चला गया। कुछ ही देर में उन्हें एहसास हुआ कि वे दुर्गम इलाके में फंस चुके हैं, जहां न तो मोबाइल नेटवर्क था और न ही बाहर निकलने का कोई स्पष्ट रास्ता।

रात के अंधेरे में जंगल के जंगली जानवरों के बीच, परिवार को मजबूरन अपनी कार में रात बितानी पड़ी। न नेटवर्क और न ही मदद मिलने की उम्मीद में यह एक भयावह अनुभव था। गुरुवार सुबह 6:20 बजे, राजदास मदद की तलाश में लगभग 6 किमी पैदल चले और एक स्थान पर मोबाइल सिग्नल मिलने पर आपातकालीन हेल्पलाइन 112 पर संपर्क किया। बेलगावी पुलिस कंट्रोल रूम से मिली जानकारी पर खानापुर पुलिस ने तेजी से प्रतिक्रिया दी।

पुलिस की तत्परता ने बचाई जान

खानापुर पुलिस इंस्पेक्टर मंजीनाथ नायक के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक के.आई. बडिगेर, हेड कांस्टेबल जयराम हनुमनावर और कांस्टेबल मंजीनाथ मुसाले ने परिवार को बचाने के लिए ग्रामीणों की मदद से उनकी गाड़ी तक पहुंच बनाई। गूगल मैप से मिले लाइव लोकेशन ने इस बचाव अभियान में अहम भूमिका निभाई।

सुबह 7 बजे तक पुलिस टीम ने परिवार को जंगल से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। खानापुर में उन्हें प्राथमिक उपचार और नाश्ता कराया गया और गोवा जाने के लिए वैकल्पिक रास्ता सुझाया गया। इंस्पेक्टर नायक ने बताया कि परिवार को जिस स्थान पर मोबाइल सिग्नल मिला, वह उनकी किस्मत थी, क्योंकि यह इलाका खतरनाक जंगली जानवरों का है। हाल ही में इसी क्षेत्र में एक किसान भालू के हमले में अपने पैर का हिस्सा गंवा बैठा था।

गूगल मैप्स से जुड़ी दूसरी घटना

इससे पहले, पिछले महीने उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में गूगल मैप्स के गलत मार्गदर्शन के कारण तीन लोगों की मौत हो गई थी। घटना तब हुई जब गुरुग्राम से बरेली एक शादी में शामिल होने जा रहे विवेक और अमित का वाहन गूगल मैप्स के निर्देश पर एक अधूरे पुल की ओर मुड़ गया। पुल अधूरा होने के कारण उनकी कार 50 फीट ऊंचाई से रामगंगा नदी में गिर गई। यह हादसा तीन लोगों के लिए जानलेवा साबित हुआ। इस हादसे के बाद बरेली में गूगल मैप से जुड़ी एक और घटना में कार नहर में जा गिरी थी।