नई दिल्ली: भारत पर लगातार निशाना साध रहे डोनाल्ड ट्रंप के 'डेड इकॉनमी' वाले बयान का कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने सच कहा है। राहुल गांधी ने कहा कि हर कोई जानता है कि भारत की अर्थव्यवस्था 'मृत अर्थव्यवस्था' है। राहुल गांधी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को छोड़कर ये सच सभी जानते हैं।

'मुझे खुशी है कि ट्रंप ने सच कहा...'

संसद परिसर में गुरुवार को पत्रकारों ने जब राहुल गांधी से डोनाल्ड ट्रंप के हालिया सोशल मीडिया पोस्ट पर सवाल किया तो राहुल गांधी ने कहा, 'हां वो सही बोल रहे हैं।'

राहुल ने कहा, 'हां वो सही बोल रहे हैं। प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को छोड़ सब इसे जानते हैं। सभी जानते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था मृत अर्थव्यवस्था है। मुझे खुशी है कि प्रेसिडेंट ट्रंप ने सच कहा।' राहुल ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को प्रधानमंत्री ने अडानी (गौतम) की मदद करने के लिए खत्म किया है।

राहुल गांधी के एक्स हैंडल से भी इस संबंध में एक पोस्ट किया गया। इसमें लिखा गया, 'भारतीय इकोनॉमी मर चुकी है। मोदी ने इसे मारा है। मोदी ने भारत के युवाओं का भविष्य खराब किया है क्योंकि यहां कोई रोजगार नहीं है।'

ट्रंप के बयान पर विपक्ष का समर्थन!

इससे पहले ट्रंप ने नई दिल्ली और मॉस्को पर उनके व्यापार और संबंधों को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दोनों देश 'अपनी मृत अर्थव्यवस्था को एक साथ नीचे ले जा सकते हैं।'

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर लिखा, 'मुझे इसकी परवाह नहीं है कि भारत रूस के साथ क्या करता है। दोनों देश अपनी मृत अर्थव्यवस्था को एक साथ नीचे ला सकते हैं, मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हमने भारत के साथ बहुत कम व्यापार किया है - उनके टैरिफ बहुत अधिक हैं, दुनिया में सबसे अधिक में से एक। इसी तरह, रूस और अमेरिका लगभग एक साथ कोई व्यापार नहीं करते हैं।'

इससे पहले, ट्रंप ने 1 अगस्त से भारत से आयातित सभी वस्तुओं पर 25% टैरिफ की घोषणा बुधवार को की थी। साथ ही रूस से भारत द्वारा ईंधन और हथियार की खरीद को लेकर अतिरिक्त जुर्माना लगाने की भी बात कही थी।

दूसरी ओर ट्रंप की घोषणा के बाद भारत सरकार ने स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा है कि वह अपने किसानों, उद्यमियों और एमएसएमई के हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा। साथ ही, अमेरिका के साथ न्यायसंगत और संतुलित द्विपक्षीय व्यापार समझौते की दिशा में बातचीत जारी रखेगा।

भारत को लगातार निशाना बना रहे ट्रंप!

कुछ दिन पहले तक ट्रंप कह रहे थे कि वे भारत के साथ एक अच्छी ट्रेड डील पर आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि, एकाएक उनके रूख में बदलाव बुधवार को नजर आया, जब उनकी ओर से टैरिफ की घोषणा की गई। इससे कुछ दिन पहले रूस से भारत द्वारा ईंधन खरीद को लगातार उछाला जा रहा था। रिपब्लिकन सीनेटर थॉम टिलिस सहित नाटो चीफ मार्क रूट के भारत पर कार्रवाई के समर्थन वाले बयान आए थे।

ट्रंप ने भी धमकी दी थी कि अगर शांति समझौता नहीं हुआ, तो रूसी निर्यात के खरीदारों पर 100% का 'कठोर' टैरिफ लगाया जाएगा। इससे संकेत मिलने लगे थे कि भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।

बहरहाल, भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ के ऐलान के कुछ घंटे बाद ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ 'विशाल तेल भंडार' विकसित करने के लिए एक समझौता करने की भी घोषणा की है। ट्रंप ने साथ ही कहा कि कौन जाने, शायद वे (पाकिस्तान) किसी दिन भारत को तेल बेचें!' इसके अलावा अमेरिका ने ईरान से तेल खरीद को लेकर भारत स्थित छह कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की भी घोषणा की है।