नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका में आज सुबह एक अपार्टमेंट के टॉप फ्लोर में आग लग गई। ये आग एक फ्लैट में लगी और देखते ही देखते नीचे के फ्लोर तक फैल गई। इसकी लपटें बाहर तक निकलने लगीं। आग एक सोसायटी की नौवीं मंजिल पर लगी थी। ऊपर के फ्लोर पर मौजूद एक पिता और बेटा-बेटी ने पहले काफी देर तक किसी तरह खुद को बचाने की कोशिश की। बाद में थककर उन्होंने नीचे छलांग लगा दी। अपनी जान बचाने के लिए उन्होंने बिल्डिंग से छलांग लगाई लेकिन इलाज के दौरान तीनों की ही मौत हो गई। मरने वालों में पिता और उनके बेटे-बेटी हैं।

द्वारका के अपार्टमेंट आग से कोहराम

पुलिस के मुताबिक, द्वारका के अपार्टमेंट आग लगने के बाद अपने फ्लैट से छलांग लगाने वाले पिता और दोनों बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई। वो जान बचाने के लिए फ्लैट से नीचे कूदे थे और गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें पास इंदिरा गांधी अस्पताल में भेजा गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी जान चली गई। लोगों का आरोप है कि सूचना देने के काफी देर बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आईं और फिर आग बुझाने का काम शुरू किया गया।

आरोप है कि आग काफी ऊंचाई पर लगी थी। ऐसे में जब सीढ़ी वाली गाड़ी पहुंची, तब ऊपरी मंजिल तक पानी की बौछार की गई। उसके बाद आग पर काबू पाने का सिलसिला शुरू हुआ। इसी बीच मौके पर कैट की एंबुलेंस पहुंची और घायलों को वहां से अस्पताल ले जाया गया। जिस फ्लैट में यह हादसा हुआ था, उसका नंबर-191 बताया गया है। यह सोसायटी MRV स्कूल द्वारका के पास सेक्टर-13 में स्थित है।

इलाज के दौरान तीनों की मौत

हादसे के दौरान काफी संख्या में लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई, जिसकी वजह से द्वारका रोड पर ट्रैफिक जाम लग गया। मौके पर ट्रैफिक पुलिस की टीम भी पहुंची और फिर जाम खुलवाकर रास्ते को फिर से सुचारू रूप से चलाया गया। फायर ब्रिगेड के देर से पहुंचने पर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश था। हालांकि फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग का कहना है कि 10 बजे आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर 8 आग बुझाने वाली गाड़ियों को रवाना कर दिया गया था। मौके पर स्टेशन ऑफिसर मुकुल भारद्वाज सहित 40 से ज्यादा फायर कर्मियों की टीम आग बुझाने में जुटी और समय पर आग पर काबू पा लिया गया।