Photograph: (Social Media)
कल्पना कीजिए कि आप प्रयागराज में महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाई और किसी ने चोरी छुपे उसका घाट पर नहाते हुए वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। कितना डरवाना होगा ये तर्जुबा? कोई भी महिला इस तरह की घटना की कल्पना भी नहीं करना चाहती। बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक,अब तक 50 करोड़ से भी ज्यादा लोग महाकुंभ में डुबकी लगा चुके हैं। लेकिन इसी बीच एक खबर आई कि महाकुंभ के नाम पर बड़े पैमाने पर महिलाओं की नहाते हुए तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं। साथ ही इन तस्वीरों से पैसे भी कमाए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं तस्वीरें
ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही हैं। इसी तरह के वीडियो कुंभ के नाम पर फेसबुक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर 'हैशटैगमहाकुंभ, 'हैशटैग गंगास्नान', और 'हैशटैग प्रयागराज के साथ खूब शेयर हो रहे हैं। खतरनाक बात ये है कि इनमें से कई सोशल मीडिया अकाउंट, लोगों को पोर्नोग्राफिक कंटेंट वाले टेलीग्राम चैनल तक ले जाने के लिए महिलाओं के नहाने के वीडियो को चारे की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें से कुछ फोटो को ऐसी अन्य तस्वीरें और वीडियो बेचने के लिए टीजर के रूप में भी इस्तेमाल किया गया।
टेलीग्राम एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म Telemetrio के अनुसार, 12 फरवरी से 18 फरवरी के बीच "open bathing" सर्च टर्म में भारी बढ़ोतरी हुई। इन वीडियो और तस्वीरों में महिलाओं को कपड़े बदलते या तौलिया से खुद को ढकते हुए देखा जा सकता है। इन चैनलों को एक्सेस करने के लिए 1,999 रुपये से 3,000 रुपये तक की फीस ली जा रही है।
सभी वीडियोज फेक!
लेकिन आपको बता दें कि ये सभी पुराने वीडियोज और तस्वीरें हैं। ये न तो कुंभ से संबंधित हैं और न ही प्रयागराज की हैं। लेकिन फिर भी इन्हें कुंभ के नाम पर शेयर किया जा रहा है। कुछ लोग तो ऐसे बेशर्म हैं जिन्होंने इस तरह के वीडियो का बाकायदा कलेक्शन बनाया हुआ है। ऐसे कुछ अकाउंट्स में इस तरह के 50 से भी ज्यादा वीडियो मौजूद हैं।
मालूम हो कि जांच के दौरान ही कुछ ऐसे टेलीग्राम चैनल डिलीट कर दिए गए थे। इसके अलावा, इन चैनलों पर सिर्फ स्नान के वीडियो ही नहीं, बल्कि सीसीटीवी फुटेज भी बेचे जा रहे हैं, जिनमें डॉक्टर या नर्सों द्वारा महिलाओं की जांच की जा रही होती है।