मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कुणाल कामरा के उनके खिलाफ की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि व्यंग्य करते समय एक मर्यादा बनाए रखी जानी चाहिए और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि वो तोड़फोड़ा का समर्थनन नहीं करते। शिंदे ने कामरा की टिप्पणी की तुलना 'किसी के खिलाफ बोलने के लिए सुपारी' लेने से भी की।
शिंदे ने एक बीबीसी मराठी के एक कार्यक्रम में सोमवार को कहा, 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, हम व्यंग्य को समझते हैं, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए। यह किसी के खिलाफ बोलने के लिए 'सुपारी' लेने जैसा है।'
उन्होंने कहा, 'दूसरे व्यक्ति को भी एक निश्चित स्तर बनाए रखना चाहिए, अन्यथा, क्रिया की प्रतिक्रिया हो सकती है।' शिंदे ने कहा, 'इसी व्यक्ति (कामरा) ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय, प्रधानमंत्री और कुछ उद्योगपतियों पर भी टिप्पणी की थी। यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है, यह किसी और के लिए काम करने जैसा है।'
मुंबई पुलिस ने भेजा है कुणाल कामरा को समन
इस बीच मामले को लेकर मुंबई की खार पुलिस ने कॉमेडियन को समन भेजा है। पुलिस ने कामरा को मामले की जांच के लिए उपस्थित होने के लिए समन भेजा है। कुणाल कामरा महाराष्ट्र से बाहर हैं, इसलिए मुंबई पुलिस की ओर से यह समन उन्हें व्हाट्सएप पर भी भेजा गया है। साथ ही, खार पुलिस की एक टीम सोमवार को कुणाल कामरा के घर गई और उनके माता-पिता को भी समन की एक प्रति दी।
वहीं, कुणाल कामरा ने सोमवार को इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि वे माफी नहीं मांगेगे। साथ ही कामरा ने कहा था कि वे अपने खिलाफ की गई किसी भी कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस और अदालत के साथ सहयोग करने को तैयार हैं।
कामरा ने लिखा था, 'मैं माफी नहीं मांगूंगा। मैंने जो कहा, वह बिल्कुल वही है जो अजित पवार (प्रथम उपमुख्यमंत्री) ने शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (द्वितीय उपमुख्यमंत्री) के बारे में कहा। मुझे इस भीड़ से डर नहीं लगता और मैं अपने बिस्तर के नीचे छिपकर इस घटना के शांत होने का इंतजार नहीं करूंगा।'
कामरा ने साथ ही लिखा, 'भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हमारे अधिकार का उपयोग केवल शक्तिशाली और अमीर लोगों की चापलूसी करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए, भले ही आज का मीडिया हमें अन्यथा विश्वास दिलाए। एक शक्तिशाली सार्वजनिक व्यक्ति की कीमत पर मजाक को बर्दाश्त न कर पाने की आपकी अक्षमता मेरे अधिकार की प्रकृति को नहीं बदलती। जहां तक मुझे पता है, हमारे नेताओं और हमारी राजनीतिक व्यवस्था के सर्कस का मजाक उड़ाना कानून के विरुद्ध नहीं है।'
कुणाल कामरा क्यों है विवादों में?
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने अपने अपने शो का एक वीडियो रविवार को पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने अन्य लोगों के अलावा शिंदे पर कटाक्ष करते नजर आ रहे हैं। एक हिंदी गाने की पैरोडी बनाते हुए उन्होंने कुछ पंक्तियां पढ़ी थी। इसमें शिंदे के उद्धव ठाकरे से अलग होने के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने महाराष्ट्र के मौजूदा उपमुख्यमंत्री के लिए 'गद्दार' शब्द का इस्तेमाल किया था। इसी को लेकर विवाद है।
वीडियो सामने आने के बाद शिंदे के समर्थक शिवसैनिकों ने उस स्टूडियो में तोड़फोड़ की, जहां कार्यक्रम की शूटिंग हुई थी।
मुंबई पुलिस ने भी सोमवार को कामरा पर मानहानि का मामला दर्ज किया और शिंदे की शिवसेना के कुछ सदस्यों के खिलाफ हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ करने के आरोप में एफआईआर भी दर्ज की। शिवसेना के 12 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया, जिन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। दूसरी ओर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने भी स्टूडियो 'द यूनीकॉन्टिनेंटल' में एक टीम भेजी, जिसने मौके का निरीक्षण किया और एक अनधिकृत शेड को गिरा दिया।