नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में 100 पन्नों की पहली पूरक चार्जशीट दाखिल की। इसमें पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे और पूर्व बिहार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत आठ अन्य को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बनाया गया है। यह मामला कथित नौकरी के बदले जमीन घोटाले से जुड़ा है।
विशेष लोक अभियोजक मनीष जैन और वकील ईशान बैसला ने अदालत को बताया कि चार्जशीट के साथ 96 दस्तावेज भी जमा किए गए हैं। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने मामले की सुनवाई के लिए 13 अगस्त की तारीख तय की है। इस दिन चार्जशीट पर विचार के लिए बहस होगी।
ईडी की चार्जशीट में नए नाम
जनवरी में दायर की गई चार्जशीट में प्रवर्तन निदेशालय ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बेटियों सांसद मीसा भारती और हेमा यादव, व्यापारी अमित कटयाल और पूर्व रेलवे कर्मचारी ह्रदयानंद चौधरी को आरोपी बनाया था।
यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। आरोप है कि नौकरी के बदले उन्होंने जमीनें ली थी। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने इस मामले में पहली सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की थी। आरोप है कि नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से जमीन को रिश्वत के रूप में देने के लिए कहा गया था।
सीबीआई ने अपने मामले में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों को भी आरोपी बनाया था। कोर्ट ने उन्हें सीबीआई मामले में जमानत दी थी और कहा था कि चार्जशीट दाखिल होने से पहले उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए।
ईडी ने नवंबर 2023 में अमित कटयाल को गिरफ्तार किया था। तब से वे न्यायिक हिरासत में हैं और उनकी जमानत याचिका दिल्ली उच्च न्यायालय में लंबित है।
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ईडी का दावा: लालू परिवार को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई कंपनियां
ईडी ने दावा किया है कि एके इंफोसिस्टम्स और ए बी एक्सपोर्ट्स नाम की दो कंपनियां यादव परिवार को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई थीं। एजेंसी का कहना है कि एके इंफोसिस्टम्स ने 11 जमीन के टुकड़े खरीदे।
कंपनी की संपत्तियों का मूल्य ₹1.89 करोड़ था, लेकिन इसे यादव परिवार के सदस्यों को मात्र ₹1 लाख में स्थानांतरित कर दिया गया। ईडी का दावा है कि इन जमीन के टुकड़ों को रेलवे की ग्रुप डी कैटेगरी में नौकरियां देने के बदले में खरीदा गया और ये जमीनें यादव परिवार के स्वामित्व वाली जमीनों के पास थीं।
ईडी ने कहा कि ए बी एक्सपोर्ट्स ने फर्जी लेनदेन के जरिए ₹5 करोड़ उत्पन्न किए। एजेंसी का आरोप है कि तेजस्वी यादव ने कटयाल से मिले पैसे से इस कंपनी को खरीदा। ईडी ने बताया कि देवी और हेमा यादव की जमीन के तीन और दो टुकड़ों को एक कंपनी को बेचकर उत्पन्न हुई अपराध की आय का ₹1 करोड़ तेजस्वी यादव को दिया गया और इसे ए बी एक्सपोर्ट्स में लगाया गया।