नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) के ऑफिस में तोड़फोड़ के मामले ने नया विवाद पैदा कर दिया है। इस तोड़फोड़ के आरोप कांग्रेस के नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) पर लग रहे हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की ओर से इस तरह के आरोप लगाए गए हैं। एबीवीपी की ओर से कहा गया है कि DUSU के वाइस प्रेसिडेंट अभि दाहिया 40 अन्य NSUI सदस्यों के साथ शनिवार देर रात यहां पहुंचे थे और कार्यालय में तोड़फोड़ की।

यह घटना सुबह 3 से 4 बजे के बीच की है। सामने आए वीडियो में DUSU ऑफिस में टूटे हुए शीशे, एलईडी, खिड़कियां और टेबल देखे जा सकते हैं। DUSU प्रेसिडेंट एबीवीपी के तुषार डेढ़ा के अनुसार हमले के दौरान यहां रखी भगवान राम की एक मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुछ लोग 'नशे में' थे और उन्होंने इसे अंजाम दिया। इन लोगों ने यहां रखी पानी की मशीन और प्रिंटर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार डेढ़ा ने कहा, 'एनएसयूआई के वाइस प्रेसिडेंट ने कल रात (शनिवार) अपने कार्यालय में बैठकर शराब पी। उसके बाद 30-40 लोगों ने पहले डूसू के संयुक्त सचिव के कमरे का शीशा तोड़ा। फिर डूसू सचिव के कमरे का शीशा तोड़ा और उसके बाद मेरे ऑफिस में घुसकर मेरे ऑफिस में बने राम मंदिर को तोड़ दिया। DUSU पर यह हमला दिल्ली विश्वविद्यालय के हर छात्र पर हमला है।'

एबीवीपी ने इस घटना को हिंसा का घृणित कृत्य बताया है। एबीवीपी के दिल्ली प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि एबीवीपी दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति और दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ बैठक कर तत्काल कार्रवाई की मांग करेगी। एबीवीपी ने हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग की है।

NSUI ने क्या कहा है?

दूसरी ओर आरोपों के जवाब में डूसू (DUSU) वाइस प्रेसिडेंट अभि दहिया ने एक बयान जारी कर एबीवीपी सदस्यों पर ही उनके कार्यालय पर हमला करने का आरोप लगा दिया। दहिया ने दावा किया कि यह हमला एबीवीपी पदाधिकारी और डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा की फर्जी डिग्री के मामले को उजागर करने के प्रतिशोध में था। दाहिया एबीवीपी पर उनकी और एनएसयूआई की प्रतिष्ठा धूमिल करने का आरोप लगाया और कानूनी कार्रवाई करने की बात कही।

दिल्ली पुलिस के अनुसार डूसू के वाइस प्रेसिडेंट के ऑफिस पर हमला प्रेसिडेंट के कार्यालय पर हुए हमले के बाद हुआ है। इसे भी शनिवार तड़के तीन बजे के आसपास किया गया है।

बहरहाल, इस घटना ने एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच तनाव बढ़ा दिया है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं और विश्वविद्यालय के अधिकारियों से कड़े कदम उठाने का आग्रह किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पुलिस ने घटना के वक्त मौजूद सुरक्षा गार्ड की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है।