महाकुंभ: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को प्रयागराज पहुंचकर संगम में आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद उन्होंने पूजा-अर्चना की और फिर पितरों का पिंडदान किया। राष्ट्रपति को पूजा कराने वाले पंडितों ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि यह अनुभव अत्यंत गौरवमयी था और उन्हें खुशी है कि राष्ट्रपति ने संगम में स्नान और पूजा-अर्चना की। पंडित विकास कुमार तिवारी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि हमें बहुत अच्छा लगा। राष्ट्रपति ने संगम में आकर स्नान किया और फिर अपने पितरों के नाम से पिंडदान किया। पंडित गिरीश कुमार मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रपति को पूजा करवाकर बहुत अच्छा लग रहा है। हमारे मुख्यमंत्री द्वारा की गई सारी व्यवस्थाएं महाकुंभ के लिए बहुत ही बढ़िया हैं। उनकी वजह से ही सारा आयोजन बहुत अच्छे ढंग से चल रहा है ।
दिव्य और भव्य कुंभ
राष्ट्रपति मुर्मू ने लगाई डुबकी
इससे पहले राष्ट्रपति बमरौली एयरपोर्ट पहुंची, जहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से अरैल पहुंचीं और फिर बोट पर सवार होकर संगम पहुंचीं। स्नान किया। उन्होंने पक्षियों को दाना भी खिलाया। देश की प्रथम नागरिक का संगम में पावन डुबकी लगाने का यह ऐतिहासिक क्षण था। बता दें कि इससे पहले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में पावन स्नान किया था। राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई।
अब तक 43.57 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके हैं स्नान
ज्ञात हो कि 13 जनवरी से अब तक 43.57 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। सोमवार को ही उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी परिवार के साथ संगम में डुबकी लगाई और भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। उधर महाकुंभ के चलते प्रयागराज शहर में जबरदस्त भीड़ है। इसे देखते हुए सुरक्षा के और इंतजाम किए गए हैं। कई जगह वनवे ट्रैफिक नियम लागू किया गया है।