नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत समेत दुनिया के तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान कर दिया। ट्रंप की ओर से भारत पर 26 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की गई है। यह चीन पर लगाए गए 34 प्रतिशत और वियतनाम पर लगाए गए 46 प्रतिशत से कम है। दोनों ही देश अमेरिका के शीर्ष निर्यातक और अमेरिकी बाजार में प्रमुख प्रतिस्पर्धी हैं।

भारत के लिए कुछ हद तक यह राहत भरी बात हो सकती है कि उस पर टैरिफ अन्य कई एशियाई देशों के मुकाबले कम है। यह अगर लंबे समय तक जारी रहता है तो व्यापार के लिहाज से भी एक शिफ्ट देखने को मिल सकता है, जो भारत के लिए फायदेमंद होगा।

भारत पर टैरिफ किन-किन एशियाई देशों से कम?

भारत पर टैरिफ कई एशियाई देशों की तुलना में कम है। उदाहरण के तौर पर थाईलैंड पर 36 प्रतिशत और इंडोनेशिया पर 32 प्रतिशत टैरिफ अमेरिका की ओर से लगाए हैं। ये ऐसे देश हैं जिन्हें चीन से महत्वपूर्ण निवेश प्राप्त हुआ है और जो तेजी से चीनी सप्लाई चेन के साथ जुड़ रहे हैं। 

पाकिस्तान पर 29 प्रतिशत टैरिफ अमेरिका ने लगाया है। श्रीलंका पर 44 प्रतिशत टैरिफ लगा है। इसके अलावा बांग्लादेश पर 37 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया है।

हालांकि, भारत पर लगाए गए टैरिफ जापान पर लगाए गए 24 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया पर 25 प्रतिशत, मलेशिया पर 24 प्रतिशत, यूरोपीय संघ पर 20 प्रतिशत और यूके पर 10 प्रतिशत से अधिक थे। इसके अलावा ट्रंप ने एक प्रमुख चिप निर्माण केंद्र ताइवान पर 32 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा की है।

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व्हाइट हाउस की ओर से जारी फैक्ट शीट में कहा गया है कि अमेरिका 5 अप्रैल से सभी देशों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा। इसके अलावा 9 अप्रैल से उन देशों पर अलग से अपने स्तर पर उच्च टैरिफ लगाएगा जिनके साथ अमेरिका का सबसे अधिक व्यापार घाटा है।

पारस्परिक टैरिफ पर व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया, 'राष्ट्रपति ट्रंप उन देशों पर व्यक्तिगत रूप से पारस्परिक उच्च शुल्क लगाएंगे जिनके साथ संयुक्त राज्य अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापार घाटा है। अन्य सभी देश मूल 10% टैरिफ बेसलाइन के अधीन बने रहेंगे। ये शुल्क तब तक प्रभावी रहेंगे जब तक राष्ट्रपति ट्रंप यह निर्धारित नहीं कर लेते कि व्यापार घाटे और गैर-पारस्परिक उपाय से उत्पन्न होने वाले खतरों का हल नहीं निकल गया है या इसे कम नहीं कर लिया गया है।'

भारत पर टैरिफ की घोषणा करते हुए क्या बोले ट्रंप?

व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भारत पर पारस्परिक टैरिफ की घोषणा करते हुए ट्रंप ने कहा, 'भारतीय प्रधानमंत्री अभी-अभी गए हैं। वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं, लेकिन मैंने कहा, 'आप मेरे दोस्त हैं, लेकिन आप हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं।' वे हमसे 52 प्रतिशत शुल्क लेते हैं, और हमने उनसे सालों से लगभग कुछ भी नहीं लिया है।' 

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अन्य देशों द्वारा लगाए जा रहे टैरिफ का केवल आधा शुल्क ले रहा है। ट्रंप ने कहा, 'मैं इस तरह के पारस्परिक कहता हूँ। यह पूरी तरह से पारस्परिक नहीं है। लेकिन हम जो करते हैं, वह यह है कि हम इसे आधे में काट हे हैं। हम उनसे शुल्क लेते हैं। इसका उत्तर बहुत सरल है - यदि वे शिकायत करते हैं, यदि आप चाहते हैं कि आपकी टैरिफ दर शून्य हो, तो आप अपना उत्पाद यहीं अमेरिका में बनाएं, क्योंकि यहाँ कोई टैरिफ नहीं है।'

विदेशी व्यापार बाधाओं पर अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए ट्रंप ने कहा कि दशकों से अमेरिका ने अन्य देशों के लिए व्यापार बाधाओं को कम किया है, जबकि उन देशों ने अमेरिकी उत्पादों पर भारी बाधाएं लगाई हैं।