वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन उनके साथ उनकी 'एकमात्र समस्या' यह है कि यह 'दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक है।' साथ ही
ट्रंप ने 2 अप्रैल से भारत पर भी पारस्परिक अमेरिकी टैरिफ लगाने की अपनी धमकी दोहराई।
अमेरिकी वेबसाइट ब्रीटबार्ट न्यूज (Breitbart News) के साथ एक इंटरव्यू में ट्रंप ने भारत के साथ अमेरिका के संबंधों पर बात की।
'भारत के साथ मेरी एकमात्र समस्या...'
पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी मुलाकात और बातचीत के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, 'भारत के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन भारत के साथ मेरी एकमात्र समस्या यह है कि वे दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक हैं। मेरा मानना है कि वे संभवतः उन टैरिफ को काफी हद तक कम करने जा रहे हैं, लेकिन 2 अप्रैल से हम उनसे वही टैरिफ वसूलेंगे जो वे हमसे वसूलते हैं।'
भारत-मध्य पूर्व-यूरोप-आर्थिक गलियारे (IMEC) पर ट्रंप ने कहा कि 'यह "अद्भुत देशों का समूह" है जो "व्यापार में हमें नुकसान पहुँचाने वाले अन्य देशों का मुकाबला करने के लिए एक साथ आ रहे हैं...हमारे पास व्यापार में साझीदरों का एक शक्तिशाली समूह है।'
ट्रंप ने आगे कहा, 'लेकिन फिर से, हम उन भागीदारों को हमारे साथ बुरा व्यवहार करने की अनुमति नहीं दे सकते। हालाँकि, हम अपने दुश्मनों के साथ कई मायनों में अपने दोस्तों की तुलना में बेहतर व्यवहार करते हैं। जो हमारे साथ इतने दोस्ताना नहीं हैं, वे कुछ मामलों में हमारे साथ उनकी की तुलना में बेहतर व्यवहार कर हैं जिन्हें दोस्त माना जाता है। जैसे यूरोपीय संघ, जो व्यापार में हमारे साथ बहुत बुरा व्यवहार करता है। भारत और हर कोई उन्हें एक सहयोगी के रूप में देखता है।'
ट्रंप ने कहा, 'मैं दूसरों के लिए भी यही कह सकता हूँ। लेकिन यह अद्भुत देशों का समूह है जो उन अन्य देशों का मुकाबला कर रहा है जो व्यापार में हमें नुकसान पहुँचाने की कोशिश करते हैं।'
गौरतलब है कि ट्रंप ने बार-बार भारत द्वारा लगाए गए उच्च टैरिफ की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भारत बहुत अधिक टैरिफ वाला देश है। ट्रंप ने दोहराया कि अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क लगाने वाले देशों पर पारस्परिक टैरिफ 2 अप्रैल से लागू हो जाएंगे।
ट्रंप ने पीएम मोदी के सामने टैरिफ की रखी थी बात
पिछले महीने व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, ट्रंप ने कहा था कि 'भारत टैरिफ के मामले में बहुत सख्त रहा है', और 'मैं उन्हें दोष नहीं देता, लेकिन यह व्यापार करने का एक अलग तरीका है।'
ट्रंप ने कहा था कि भारत में बिक्री करना बहुत मुश्किल है 'क्योंकि उनके पास बहुत मजबूत टैरिफ हैं।' वहीं, वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने 10 मार्च को दिल्ली में संसदीय पैनल को बताया कि बातचीत अभी भी जारी है और भारत और अमेरिका के बीच व्यापार शुल्क पर अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है।
भारत ने कहा था कि वह द्विपक्षीय व्यापार समझौते के तहत टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने सहित अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को गहरा करने पर विचार कर रहा है। पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने पारस्परिक रूप से लाभकारी, मल्टी-सेक्टर द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत करने की योजना की भी घोषणा की थी।