डीएमके ईडी या पीएम से नहीं डरती, एमके स्टालिन का नीति आयोग की बैठक में शामिल होने पर उदयनिधि ने किया बचाव

तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को पुदुक्कोट्टई में ठप पड़े इनडोर स्पोर्ट्स हॉल का निरीक्षण किया। इसे एआईएडीएमके शासन के दौरान शुरू किया गया था।

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Photograph: (IANS)

पुदुक्कोट्टईः तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को पुदुक्कोट्टई में ठप पड़े इनडोर स्पोर्ट्स हॉल का निरीक्षण किया। इसे एआईएडीएमके शासन के दौरान शुरू किया गया था। उन्होंने घोषणा की कि काम फिर से शुरू करने के लिए 3.5 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, जबकि शेष एक करोड़ रुपए स्थानीय सांसदों और विधायकों के फंड से आएंगे। 

मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि इस साल के अंत तक काम पूरा होने की उम्मीद है। स्टालिन ने इस बात पर भी जोर दिया कि डीएमके प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं डरती है। उन्होंने आत्म-सम्मान और कानूनी प्रतिरोध के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इससे पहले, उन्होंने अन्य विकास परियोजनाओं की समीक्षा की, जिसमें प्रगति और कुछ देरी दोनों का उल्लेख किया गया।

सरकार बदलने के बाद पिछले चार साल से राज्य में काम नहीं होने के आरोप लगे थे। ऐसे में शनिवार को विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने आए उपमुख्यमंत्री और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने जिला क्रीड़ा भवन में आधे-अधूरे बने इनडोर क्रीड़ा भवन का निरीक्षण किया। अधिकारियों के साथ निरीक्षण करने के बाद उदयनिधि स्टालिन ने मीडिया से बात की।

उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक में वित्तीय अधिकार मांगने गए हैं। विपक्ष के नेता सिर्फ राजनीति करेंगे। हम ईडी या पीएम मोदी से नहीं डरते हैं। हम अपनी आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि डीएमके कोई "गुलाम पार्टी" नहीं है, जिससे डराया जाए। यह एक कलाकार की ओर से बनाई गई डीएमके है, एक स्वाभिमानी पार्टी। उन्होंने कहा कि यह पेरियार के सिद्धांतों वाली पार्टी है। डरने की जरूरत सिर्फ उन लोगों को है जिन्होंने गलतियां की हैं। हमें किसी के सामने झुकने और डरने की भी जरूरत नहीं है। हम उनसे कानूनी तरीके से ही निपटेंगे चाहे कुछ भी हो जाए।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि शनिवार की सुबह उन्होंने जिला कलेक्टर कार्यालय में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। कई कार्य अच्छे हुए हैं। कुछ कार्यों में देरी हो रही है। निर्माण कार्य को तत्काल पूरा करने के लिए कदम उठाए गए हैं।

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