देवेंद्र फड़नवीस तीसरी बार बने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, एकनाथ शिंदे और अजित पवार डिप्टी सीएम (फोटो- IANS)
Table of Contents
मुंबई: महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में दिग्गज भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने गुरुवार को शपथ ली। मुंबई के ऐतिहासिक आजाद मैदान में राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। फड़नवीस तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने हैं। फड़नवीस ने इससे पहले 31 अक्टूबर 2014 से 8 नवंबर 2019 तक पहली बार सीएम पद संभाला था। इसके बाद 23 नवंबर, 2019 से 26 नवंबर 2019 तक वे दूसरी बार सीएम रहे थे।
शपथ ग्रहण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा और एनडीए के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। देवेंद्र फड़नवीस के साथ शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने तीनों नेताओं ने मराठी में शपथ ली। इसके अलावा मंत्री पद के लिए किसी और को शपथ नहीं दिलाई गई।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए बड़े नेता और अभिनेता
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा समेत कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री मौजूद थे।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान समेत कई केंद्रीय मंत्री भी समारोह में मौजूद थे।
बॉलीवुड हस्तियों में शाहरुख खान, सलमान खान, संजय दत्त, रणबीर कपूर, रणवीर सिंह और माधुरी दीक्षित भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम के लिए पहुंचे थे। दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी समारोह में शामिल हुए।
बुधवार को सरकार बनाने की थी पेशकश
महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में फड़नवीस के नाम पर बुधवार को मुहर लगाई गई थी। इसके बाद, फड़नवीस, शिंदे और पवार ने चार दिसंबर को राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन से मिलकर महायुति सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की थी। उसने 288 में से 235 सीटों पर विजय हासिल की थी। यह परिणाम भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ, जो 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।
वहीं, विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को बड़ा झटका लगा, जिसमें कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें मिली थीं। गठबंधन सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) ने 20 सीटें जीतीं, जबकि एनसीपी (शरद पवार गुट) को सिर्फ 10 सीटें मिली थीं।
(यह आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)