नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता की ओर इशारा करती एक बड़ी जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार आतंकी पहले से ठीक दो महीने पहले अमेरिका के कोलाराडो स्थित मैक्सार टेक्नोलॉजी के पास पहलगाम के सैटेलाइट इमेज के लिए डिमांड बढ़ गई थी। इस पूरी कहानी में एक पाकिस्तानी भू-स्थानिक फर्म की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है और इसके मालिक पाकिस्तानी-अमेरिकी ओबैदुल्ला सैयद को 2020 में अमेरिका में जेल भी भेजा गया था।
वेबसाइट द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की भू-स्थानिक फर्म बिजनेस सिस्टम इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (बीएसआई) ने गैरकानूनी तरीके से कोलाराडो में स्थित अमेरिकी कंपनी से पूर्व में भी सैटेलाइट तस्वीरें खरीदी और इसे इसे परमाणु हथियार विकास से जुड़ी एजेंसियों सहित पाकिस्तानी सरकार को बेच दिया था।
रिपोर्ट के अनुसार यूएस होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशन (HSI) ने 2020 में इस गतिविधि का खुलासा किया और पाया कि पाकिस्तानी फर्म के मालिक ओबेदुल्लाह सैयद और उसकी कंपनी के पाकिस्तान के परमाणु ऊर्जा आयोग (PAEC) और राष्ट्रीय विकास परिसर (NDC) के साथ गहरे संबंध थे। बता दें कि PAEC और NDC पाकिस्तान के रक्षा और परमाणु कार्यक्रम की दो अहम शाखाएँ हैं। ये परमाणु हथियार और मिसाइल सिस्टम बनाने के लिए भी काम करती हैं।
अमेरिकी कानून का उल्लंघन और फिर जेल
सैयद ने अमेरिकी निर्यात कानूनों का उल्लंघन किया क्योंकि उसने अमेरिकी इकाई सूची में सूचीबद्ध पाकिस्तानी रक्षा और परमाणु संस्थाओं को उपग्रह इमेजरी और सेवाएँ निर्यात की थी। अमेरिकी सरकार की मंजूरी के बिना ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था।
वह अमेरिकी वाणिज्य या राज्य विभागों से आवश्यक निर्यात लाइसेंस भी प्राप्त करने में विफल रहा, जो प्रतिबंधित संस्थाओं को संवेदनशील या दोहरे उपयोग वाली तकनीक हस्तांतरित करने के लिए अनिवार्य है। सैयद को 2022 में अमेरिकी निर्यात कानूनों का उल्लंघन करने के लिए जेल भी भेजा गया था।
पहलगाम के सैटेलाइट इमेज की डिमांड अचानक बढ़ी
रिपोर्ट के अनुसार कंपनी बीएसआई को बाद में कोलोराडो में स्थित शीर्ष उपग्रह इमेजरी फर्मों में से एक मैक्सार टेक्नोलॉजीज के भागीदार के रूप में सूचीबद्ध किया गया। यह चिंताजनक है क्योंकि मैक्सार का भागीदार बनने के बाद, बीएसआई के पोर्टल ने कश्मीर के पहलगाम की सैटेलाइट इमेज का ऑर्डर देने में अचानक रुचि दिखाई। गौर करने वाली बात है कि यह 22 अप्रैल को वहां हुए आतंकी हमले से ठीक दो महीने पहले की बात है, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे।
बहरहाल, ताजा रिपोर्ट के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या इन तस्वीरों का इस्तेमाल आतंकी हमले से पहले हमले से पहले निगरानी के लिए किया गया होगा।
द प्रिंट ने बताया है कि रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद मैक्सार ने अपने वेबसाइट पर पार्टनर पेज से बीएसआई को हटा दिया और इस बात से इनकार किया कि बीएसआई ने पहलगाम की तस्वीरें मंगवाई थीं। रिपोर्ट के अनुसार मैक्सार ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि बीएसआई को पार्टनर के रूप में सूचीबद्ध करने से पहले कोई उचित जांच-पड़ताल की गई थी या साझेदारी औपचारिक रूप से खत्म हो गई है।
बहरहाल, पूर्व में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा जांच में सैयद और वरिष्ठ पाकिस्तानी रक्षा एवं परमाणु अधिकारियों के बीच वर्षों से चल रहे गुप्त ईमेल संचार और वित्तीय लेन-देन का भी पता चला था, जिसमें PAEC के अधिकारियों को भेजे गए ईमेल और NDC द्वारा बीएसआई पाकिस्तान को भेजे गए चेक शामिल थे।