मुंबई: मुंबई में मंगलवार एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड ( एजेएल) दफ्तर के बाहर बुलडोजर कार्रवाई की मांग वाले पोस्टर लगे नजर आए। पोस्टर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से एजेएल दफ्तर पर बुलडोजर चलाने की मांग की गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा यह मांग नेशनल हेराल्ड केस में गांधी परिवार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बाद की गई है। गौरतलब बात यह रही कि पोस्टर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर प्रमुखता से छपी नजर आई जिसमें लिखा था- “देवा भाऊ, बुलडोजर चलाओ”। 

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, एजेएल दफ्तर के बाहर यह पोस्टर भाजपा नेता विश्वबंधु राय ने लगाए थे। उन्होंने बाकायदा प्रदर्शन करते हुए यह पोस्टर के जरिए राज्य सरकार से कार्रवाई की मांग की। पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, फड़नवीस और योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें भी थीं।

क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?

नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने मंगलवार को कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में चार्जशीट दाखिल की है। इस केस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम भी शामिल है।

प्रवर्तन निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की चल रही जांच का हिस्सा है। यह जांच धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 की धारा 8 और धन शोधन निवारण (संलग्न या जब्त संपत्तियों पर कब्ज़ा) नियम, 2013 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत की जा रही है।

ईडी का आरोप है कि गांधी परिवार ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल), जो कि नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशक है, को महज 50 लाख रुपये में खरीद लिया, जबकि इसकी बाजार कीमत करीब 2,000 करोड़ रुपये आंकी गई थी।

ईडी का दावा है कि 'यंग इंडियन' नाम की एक निजी कंपनी, जिसमें राहुल और सोनिया गांधी की बड़ी हिस्सेदारी है, ने एजेएल के 99% शेयर 50 लाख रुपये में हासिल कर लिए। कांग्रेस पार्टी द्वारा एजेएल को दिए गए लोन को अवैध तरीके से यंग इंडियन के शेयर में बदला गया, जो मनी लॉन्ड्रिंग की श्रेणी में आता है।

कांग्रेस का विरोध और अगली सुनवाई

चार्जशीट दाखिल होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने इस कार्रवाई को 'राजनीतिक प्रतिशोध' करार दिया है। दिल्ली सहित कई राज्यों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पुलिस बल बढ़ा दिया गया है और बैरिकेडिंग कर दी गई है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट और इमरान प्रतापगढ़ी समेत कई नेताओं ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। 

इस मामले की अगली सुनवाई 25 अप्रैल को विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने की अदालत में होनी है, जहां यह तय किया जाएगा कि कोर्ट चार्जशीट पर संज्ञान लेगा या नहीं।