नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी (AAP) की डॉक्यूमेंट्री ‘अनब्रेकेबल’ को लेकर दिल्ली में सियासी बवाल खड़ा हो गया है। यह डॉक्यूमेंट्री पार्टी के नेताओं के जेल जाने और उस दौरान की घटनाओं पर आधारित है। दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया कि डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग बिना अनुमति के की जा रही थी, जो चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन है। वहीं, आप ने इसे भाजपा की साजिश बताते हुए स्क्रीनिंग पर रोक लगाने के आरोप लगाए।
दिल्ली पुलिस ने क्यों नहीं दी ‘अनब्रेकेबल’ की स्क्रीनिंग की अनुमति?
दिल्ली पुलिस ने अपने बयान में कहा कि डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। पुलिस के मुताबिक, चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों को किसी भी प्रकार के आयोजन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी (डीइओ) के सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से अनुमति लेनी होती है।
पुलिस ने कहा, “इस समय, पुलिस ऐसी अनुमति न तो दे सकती है और न ही अस्वीकार कर सकती है। अनुमति प्रक्रिया केवल जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के माध्यम से होती है। चूंकि इस आयोजन के लिए अनुमति नहीं ली गई थी, यह चुनावी नियमों का उल्लंघन है।” पुलिस ने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे चुनाव आचार संहिता का पालन करें और बिना अनुमति किसी आयोजन से बचें।
आप का आरोप- भाजपा के इशारे पर हुआ बैन
पुलिस के इस बयान के बाद, आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रोक दी गई। आप सूत्रों के अनुसार, थिएटर मालिकों को डॉक्यूमेंट्री न दिखाने के लिए धमकाया गया।
आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “भाजपा इस फिल्म से डरी हुई है। यह फिल्म दिखाती है कि किस तरह आप नेताओं को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया और भाजपा सरकार ने असंवैधानिक कदम उठाए।”
केजरीवाल ने लिखा, “आम आदमी पार्टी पर एक फिल्म बनी है जिसे आज पत्रकारों को दिखाया जाना था। वहाँ देखिए, कितनी भारी संख्या में पुलिस लगाकर भाजपा ने इस फ़िल्म को दिखाने से रोक दिया। भाजपा इस फिल्म से बुरी तरह से डरी हुई है। आखिर क्यों? भाजपा इस फिल्म को क्यो रोकना चाहती है?”
आप संयोजक ने आगे लिखा कि “इस फिल्म में आखिर ऐसा क्या है जिससे भाजपा डरी हुई है? ये फिल्म पर्दे के पीछे के उन सब रहस्यों को उजागर करती है जब गलत तरीके से “आप” के नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। ये भाजपा सरकार के गैर कानूनी और गैर संवैधानिक कामों को उजागर करती है।”
आम आदमी पार्टी पर एक फ़िल्म बनी है। आज जहाँ इस फ़िल्म को पत्रकारों को दिखाया जाना था, वहाँ देखिए, कितनी भारी संख्या में पुलिस लगाकर बीजेपी ने इस फ़िल्म को दिखाने से रोक दिया। बीजेपी इस फ़िल्म से बुरी तरह से डरी हुई है।
आख़िर क्यों? बीजेपी इस फ़िल्म को क्यो रोकना चाहती है? इस… pic.twitter.com/FpuNdojGlw
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 18, 2025
यह चुनावी कार्यक्रम नहीं था: केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह कोई चुनावी कार्यक्रम नहीं था। स्क्रीनिंग एक निजी आयोजन थी, जिसमें कोई चुनावी झंडा, भाषण या प्रचार सामग्री नहीं थी। इसके बावजूद पुलिस ने स्क्रीनिंग रोक दी।”
उन्होंने कहा कि फिल्म आप नेताओं के जेल जाने की कहानी और भाजपा सरकार के कथित असंवैधानिक कार्यों को उजागर करती है। केजरीवाल ने कहा, “हम इस रोक की निंदा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि हमें फिल्म दिखाने की अनुमति मिलेगी।”
गौरतलब है कि दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होंगे और 8 फरवरी को मतगणना होगी। ऐसे में इस विवाद ने चुनावी माहौल को गरमा दिया है।