नई दिल्लीः दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद (दयालपुर) इलाके में शनिवार तड़के एक चार मंजिला इमारत ढहने से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 11 अन्य घायल हुए हैं। हादसे में मकान मालिक की भी मौत हो गई।
दिल्ली पुलिस द्वारा जारी मृतकों की सूची के अनुसार, 60 वर्षीय तहसीन, जो कि इमारत के मालिक थे, इस हादसे में जान गंवाने वालों में शामिल हैं। बताया जा रहा है कि मृतकों में से 8 लोग एक ही परिवार से ताल्लुक रखते हैं। मृतकों में तीन महिलाएं और चार बच्चे भी शामिल हैं।
घायलों की हालत, राहत कार्य जारी
हादसे में घायल हुए 11 लोगों में से 6 को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि 5 अभी भी इलाजरत हैं। अब तक 14 लोगों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है और मलबे में फंसे संभावित लोगों को खोजने के लिए एनडीआरएफ, दिल्ली फायर सर्विस और अन्य एजेंसियां लगातार प्रयास कर रही हैं। पुलिस का कहना है कि कुछ लोग अब भी मलबे में फंसे हो सकते हैं।
#UPDATE मुस्तफाबाद, दिल्ली: अब तक 11 मौतों की पुष्टि हुई है और 5 लोगों का इलाज चल रहा है: दिल्ली पुलिस https://t.co/p4PEOtwgUO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 19, 2025
मंडलीय अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र अटवाल ने बताया कि दिल्ली फायर सर्विस को सुबह करीब 2:50 बजे मकान गिरने की सूचना मिली थी। मौके पर 10 से अधिक दमकल गाड़ियाँ भेजी गईं। एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) और स्थानीय प्रशासन संयुक्त रूप से राहत कार्य में जुटे हुए हैं।
कमजोर नींव पर चल रहा था निर्माण कार्य
पुलिस के अनुसार, बिल्डिंग के अंदर कई किराएदार परिवार रह रहे थे और हादसे के समय सभी लोग सो रहे थे। प्रारंभिक जांच में यह संदेह जताया जा रहा है कि इमारत की नींव कमजोर थी और उसमें कोई निर्माण कार्य भी चल रहा था, जो हादसे का कारण बन सकता है। पुलिस की डॉग स्क्वाड और ड्रिलिंग मशीन की मदद से खोजबीन की जा रही है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “मैं इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करती हूं। भगवान दिवंगत आत्माओं को शांति दें और परिजनों को यह अपूरणीय क्षति सहने की शक्ति दें।” उन्होंने साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि हादसे की पूरी जांच के आदेश दिए गए हैं।
मुकदमा दर्ज करने की तैयारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि राहत कार्य पूरा होने के बाद इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। प्रारंभिक जांच में लापरवाही और अवैध निर्माण की आशंका भी जताई गई है।
मुस्तफाबाद विधायक और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की बात करते हुए कहा कि अवैध इमारतों का मुद्दा मैंने कई बार उठाया है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस दिन से मैंने चुनाव जीता, मेरा एकमात्र मुद्दा अवैध इमारतों पर कार्रवाई करना रहा है। मान लीजिए, 25 या 50 गज की इमारत में सैकड़ों लोग रह रहे हैं, तो हादसा तो होना ही है। मैंने दिल्ली के उपराज्यपाल, आयुक्त और पुलिस आयुक्त से इस बारे में बात की है। मैंने विधानसभा में भी बार-बार इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने आगे कहा कि गली नंबर पांच, डी-5 में भी हो सकता है, जहां छह-छह, सात-सात मंजिल की इमारतें बना दी गई हैं। जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत निलंबित करना चाहिए।