नई दिल्लीः दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित हुमायूं के मकबरे परिसर में शुक्रवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया। दरगाह फतेह शाह के भीतर एक दीवार का हिस्सा अचानक ढह गया, जिसके मलबे में दबकर तीन महिला समेत कुल 6 लोगों की मौत हो गई। चार लोगों के घायल होने की सूचना है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, "दरगाह से सटी दो कमरों वाले एक मंजिला भवन की छत दोपहर करीब 3.51 बजे गिर गई। सूचना मिलने के बाद हमने 25 दमकलकर्मियों के साथ चार दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी।" अधिकारियों ने बताया कि अब तक 11 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और उन्हें इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसा मुख्य मकबरे में नहीं, बल्कि नए ढांचे में हुआ
शुरुआती खबरों में यह आशंका जताई जा रही थी कि यह हादसा 16वीं सदी के मकबरे के मुख्य गुंबद से संबंधित है, लेकिन अधिकारियों ने बाद में स्थिति स्पष्ट की। आगा खान ट्रस्ट फॉर कल्चर (AKTC) में संरक्षण वास्तुकार, रतीश नंदा ने बताया, "हादसा हुमायूं के मकबरे में नहीं हुआ है। बल्कि, मकबरे के पास बन रहे एक नए ढांचे का हिस्सा ढहा है, जिसका कुछ मलबा मकबरे की दीवारों पर भी गिरा।" यह निर्माणाधीन ढाँचा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और आगा खान ट्रस्ट के बीच की साझेदारी का हिस्सा है।
VIDEO | Delhi: A portion of the structure at Humayun’s Tomb collapses, and some are feared trapped. More details awaited
— Press Trust of India (@PTI_News) August 15, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/WEvDcD0TLq
घटना पर डीएमसरवन कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह हादसा दरगाह के पास एक दो कमरों वाले आवास में हुआ। घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ और दिल्ली पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
डीएम ने बताया कि अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, इस हादसे में अब तक छह लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में जंगपुरा निवासी 56 वर्षीय अनीता और जाकिर नगर निवासी 32 वर्षीय मोइन भी शामिल हैं। अनीता के बेटे शिवांश सैनी ने बताया कि उन्हें फोन पर मां के घायल होने की खबर मिली थी। जब वह एम्स पहुंचे, तो उन्हें उनकी तस्वीर दिखाई गई और बताया गया कि इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि हादसे के शिकार हुए लोग दरगाह के आसपास के इलाके, मुस्तफाबाद और जाकिर नगर के निवासी थे। यह अंदेशा है कि वे सभी एक इमाम से तावीज बनवाने के लिए आए थे। एक बचाव अधिकारी ने बताया कि हादसे के समय दरगाह के इमाम भी इमारत के अंदर मौजूद थे। शुरुआती जानकारी के अनुसार, मलबे में कुल 10 लोग दबे हुए थे।
बचाव दल ने मलबे में दबे 10 लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। एक अधिकारी ने बताया कि इनमें से नौ को एम्सट्रॉमा सेंटर और एक को आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, अस्पताल ले जाते समय छह लोगों ने दम तोड़ दिया।