नई दिल्लीः दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार हुई वोटिंग के बाद एग्जिट पोल में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। एग्जिट पोल में भाजपा 26 साल बाद दिल्ली में वापसी करते दिख रही है।
पीपल्स पल्स के मुताबिक, भाजपा को 48.5% से 52.5% वोट शेयर मिलने का अनुमान है, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) 36.5% से 40.5% वोट शेयर के साथ पीछे चल रही है। कांग्रेस के लिए स्थिति कठिन बनी हुई है, उसे सिर्फ 6.5% से 8.5% वोट मिलने की संभावना जताई गई है, और सीटों के मामले में उसे 0 से 1 सीट मिलने का अनुमान है।
ABP मैट्रिज के एग्जिट पोल भी इसी रुझान की पुष्टि करते हैं। उनके मुताबिक, भाजपा 35 से 40 सीटें जीत सकती है, जबकि आप को 32 से 37 सीटें मिलने की उम्मीद है। इन आंकड़ों के आधार पर यह चुनाव दिल्ली की राजनीति के लिए निर्णायक साबित हो सकता है, खासकर भाजपा के लिए, जो कई सालों के विपक्ष के बाद राजधानी में अपनी पकड़ मजबूत करने की ओर बढ़ती दिख रही है।
क्या पहले के एग्जिट पोल सटीक रहे हैं?
हालांकि दिल्ली में एग्जिट पोल की सटीकता पर सवाल उठते रहे हैं। खासकर 2013 के बाद से, जब आम आदमी पार्टी (आप) राजनीति में उभरकर आई। 2013 में एग्जिट पोल ने त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की थी। 2015 में एग्जिट पोल ने आप को औसतन 45 सीटें दी थीं, जबकि पार्टी ने 67 सीटें जीतीं। हालांकि, 2020 के चुनाव में एग्जिट पोल अधिक सटीक साबित हुए, जब उन्होंने आप के लिए 60+ सीटों का अनुमान लगाया और पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की। दिल्ली में बीजेपी ने पिछली बार साल 1993 में जीत हासिल की थी। उस वक्त मदनलाल खुराना दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे।
सर्वे एजेंसी | आप (AAP) | भाजपा+ (BJP+) | कांग्रेस (INC) |
---|---|---|---|
मैट्रिज | 32-37 | 35-40 | 0-1 |
पीपल्स इनसाइट | 25-29 | 40-44 | 0-1 |
पीपल्स पल्स | 10-19 | 51-60 | 0-0 |
जेवीसी पोल्स | 22-31 | 39-45 | 0-2 |
P MARQ | 21-31 | 39-49 | 0-1 |
चाणक्य स्ट्रेटेजीज | 25-28 | 39-44 | 2-3 |
पोल डायरी | 18-25 | 42-50 | 0-2 |
डीवी रिसर्च | 26-34 | 36-44 | 0 |
वीप्रिसाइड | 46-52 | 18-23 | 0-1 |
माइंड ब्रिंक | 44-49 | 21-25 | 0-1 |
पोल ऑफ पोल्स | 20-28 | 42-49 | 0-1 |
एग्जिट पोल को लेकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्लीवासियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने आज भाजपा को प्यार और आशीर्वाद दिया है। दिल्ली में 'आपदा' जा रही है और भाजपा आ रही है...दिल्ली की जनता भ्रष्टाचार मुक्त सरकार चाहती है और विकास चाहती है।
वहीं केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा, भाजपा पिछले 5 साल से लगातार आप का भ्रष्टाचार जनता के बीच में लेकर जा रही थी। जनता को यह समझ आया कि आप ने दिल्ली की जनता को ठगा है...अब ऐसा लगता है कि भाजपा की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनने जा रही है।
दिल्ली विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 36
दिल्ली विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 36 है। अगर दिल्ली विधानसभा चुनाव की बात करें तो कुल 699 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें से 603 पुरुष और 96 महिला उम्मीदवार हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 672 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा है। दोनों ने सभी 70 सीटों पर प्रत्याशी उतारे। वहीं, भाजपा ने एक-एक सीट जेडीयू और लोजपा (रामविलास) को दी। दिल्ली में मुख्य रूप से भाजपा, आप और कांग्रेस के बीच जोरदार मुकाबला है।
राजधानी दिल्ली में नई सरकार के गठन के लिए 70 विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है। चुनाव के नतीजों की घोषणा आठ फरवरी को होगी। दिल्ली में 1 करोड़ 55 लाख वोटर्स हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख और युवा मतदाता 25.89 लाख हैं। दिल्ली में फर्स्ट टाइम वोटर्स की संख्या 2.08 लाख है।
दिल्ली में मतदान के लिए 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिसमें 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 रही।