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नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव-2025 में उतरे 699 उम्मीदवारों में से कम से कम 132 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों का खुलासा किया है। दिल्ली चुनाव के उम्मीदवारों की ओर से दिए गए चुनावी हलफनामे के आधार पर गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से तैयार रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार कम से कम 81 ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 13 उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले घोषित किए हैं। दो उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के आरोप और पांच ने हत्या के प्रयास से संबंधित मामले अपने खिलाफ होने की जानकारी दी है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पार्टियां नहीं कर रही पालन
एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि राजनीतिक दलों ने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के चयन के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं किया है।
एडीआर के अनुसार, 'सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में उम्मीदवारों के चयन में राजनीतिक दलों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। जिन उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है उनमें से कम से कम 19% उम्मीदवार आपराधिक मामलों में शामिल हैं।'
सुप्रीम कोर्ट ने 25 सितंबर, 2018 को आदेश दिया था कि सभी राजनीतिक दलों को उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने के बाद तीन बार आपराधिक इतिहास और वित्तीय जानकारी सहित उम्मीदवार के विवरण का सार्वजनिक रूप से खुलासा करना होगा।
13 फरवरी, 2020 को अदालत ने एक अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए 2018 के फैसले की फिर से पुष्टि की। इसमें कहा गया है कि पार्टियों को आपराधिक बैकग्राउंड वाले उम्मीदवारों के चयन के 48 घंटों के भीतर या नामांकन दाखिल करने की अवधि शुरू होने से कम से कम दो सप्ताह पहले (जो भी पहले हो) यह बताना जरूरी होगा कि उन्होंने उसके खिलाफ जारी मामलों के बावजूद उसे क्यों चुना।
किस पार्टी ने कितने दागी उम्मीदवारों को दिया टिकट
रिपोर्ट में पार्टी-वार विश्लेषण से पता चलता है कि आम आदमी पार्टी (आप) के 70 में से 44, कांग्रेस के 70 में से 29 और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 68 में से 20 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। इनमें से आप के 29, कांग्रेस के 13 और भाजपा के 9 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दलों (आरयूपी) के 21 उम्मीदवारों और 14 स्वतंत्र उम्मीदवारों ने भी अपने खिलाफ आपराधिक मामलों का खुलासा किया है। 16 आरयूपी उम्मीदवारों और 11 निर्दलीय उम्मीदवारों ने खुद के बारे में गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
एडीआर ने 16 निर्वाचन क्षेत्रों को 'रेड अलर्ट' क्षेत्रों के रूप में चिह्नित किया है, जहां तीन या इससे अधिक उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के है। पश्चिमी दिल्ली के मटियाला निर्वाचन क्षेत्र में ऐसे उम्मीदवारों की संख्या सबसे अधिक पांच है।