नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में मतदान 5 फरवरी (बुधवार) को कराए जाएंगे। वहीं, मतों की गिनती 8 फरवरी को होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को दिल्ली चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। राजीव कुमार के नेतृत्व में ये आखिरी चुनाव होगा। वो 18 फरवरी को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुकाबला इस बार भी त्रिकोणीय है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस मुख्य तौर पर चुनावी मैदान में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है।
चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही दिल्ली में आज (7 जनवरी) से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। मौजूदा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है। दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों में 12 एससी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की नजरें हैट्रिक पर है। उसने 2015 में 67 और 2020 में 62 सीटों पर जीत का परचम लहराया था। भाजपा पिछले दो विधानसभाओं में डबल डिजिट में नहीं पहुंच पाई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव का पूरा कार्यक्रम
चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार दिल्ली चुनाव के लिए अधिसूचना 10 जनवरी को जारी की जाएगी। इसके साथ ही उम्मीवारों के नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। नामांकन की आखिरी तारीख 17 जनवरी, 2025 रखी गई है। वहीं, उम्मीदवार चाहें तो 20 जनवरी तक नामांकन वापस ले सकते हैं। इसके बाद दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर एक साथ 5 फरवरी को मतदान कराए जाएंगे। मतों की गिनती 8 फरवरी (शनिवार) को होगी। चुनाव आयोग के अनुसार 10 फरवरी से पहले सभी चुनावी प्रक्रियाओं को खत्म कर लिया जाना है।
दिल्ली में कितनी है मतदाताओं की संख्या
चुनाव आयोग ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं की अंतिम सूची जारी की थी। आयोग ने अपने बयान में बताया था कि कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 मतदाता पंजीकृत हैं। इसके अलावा, इनमें से 84 लाख 49 हजार 645 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 71 लाख 73 हजार 952 महिला मतदाता हैं। थर्ड जेंडर की संख्या 1261 है। पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं की कुल संख्या 2.08 लाख है।
चुनाव आयोग के अनुसार दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए राजधानी में 13 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। इनमें औसत वोटर्स की संख्या 1191 होगी। इनमें 70 बूथ पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे। 85 साल से अधिक उम्र के लोग घर से भी वोट डाल सकेंगे। आयोग के अनुसार 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है।
चुनाव आयोग ने आरोपों पर भी दिया जवाब
दिल्ली चुनाव की तारीखों की ऐलान करने से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कई मुद्दों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रखी। उन्होंने आगे कहा कि वोटर लिस्ट में गलत एंट्री के आरोपों को सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ।
बकौल राजीव कुमार पिछले चुनाव में यहां तक कहा गया है कि यह ईवीएम इलेक्शन है। वोटर लिस्ट में नाम काटने की शिकायत की गई। यहां तक की धीमी मतगणना के आरोप भी लगाए गए।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ईवीएम को लेकर हैक करने के आरोपों में कोई दम नहीं है। कोर्ट ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि ईवीएम से किसी भी प्रकार की छेड़खानी नहीं हो सकती है। लेकिन, ईवीएम पर शक जताकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया गया, जो कि एक लोकतांत्रिक देश में शोभनीय व्यवहार नहीं है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव के सात आठ दिन पहले ही ईवीएम सील हो जाती है। उसे तैयार कर लिया जाता है। ईवीएम में अवैध वोट की संभावना बिल्कुल भी नहीं है। ईवीएम से चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है, जिस पर किसी भी प्रकार का सवाल नहीं उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ईवीएम फुलप्रूफ डिवाइस है। इसमें किसी भी प्रकार का वायरस नहीं आ सकता है।