दिल्ली में 'बंगले की लड़ाई', फोटो शेयर किए जा रहे...आरोप-प्रत्यारोप का दौर, क्या है पूरी कहानी?

दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर सीएम का बंगला सुर्खियों में है। आप और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है। इस बीच उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से कहा गया है कि बंगला आतिशी को अभी आवंटित ही नहीं किया गया था।

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दिल्ली में 'बंगले की लड़ाई', फोटो शेयर किए जा रहे...आरोप-प्रत्यारोप का दौर, क्या है पूरी कहानी?

आम आदमी पार्टी की ओर से शेयर की गई तस्वीर (फोटो- X)

नई दिल्ली: दिल्ली में सीएम हाउस को लेकर सियासत जोरो पर है। कुछ साल पहले इस बंगले की मरम्मत और रेनोवेशन को लेकर अरविंद केजरीवाल सवालों को घेरे में थे। भाजपा ने जमकर निशाना साधा था और मामला जांच का तक पहुंच गया था। हालांकि अब जबकि अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, तो ये बंगला एक बार फिर सुर्खियों में है।

आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है कि सीएम आतिशी को बंगले से जबरन निकलवा दिया गया। साथ ही पार्टी की ओर से ये भी आरोप लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री बनने के बाद आतिशी का सामान जो बंगले में पहुंचाया गया था, उसे जबरन बाहर निकाल दिया गया। दूसरी ओर उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से कहा गया कि आतिशी को आधिकारिक रूप से बंगला आवंटित ही नहीं किया गया था। इसके बावजूद उन्होंने अवैध रूप से सरकारी बंगले में घुसने की कोशिश की।

सीएम आतिशी की तस्वीर 'आप' ने की शेयर

विवादों के बीच 10 अक्टूबर (गुरुवार) को आम आदमी पार्टी ने कुछ तस्वीरें शेयर कर भाजपा और उपराज्यपाल विनय सक्सेना पर निशाना साधा। इन तस्वीरों औ वीडियो में सीएम आतिशी अपने पैक सामानों के बीच काम करती हुई नजर आ रही हैं। वीडियो में फाइलों के अंबारों और पैक सामानों के बीच में किसी फाइल पर हस्ताक्षर करती नजर आती हैं, तो कभी किसी से फोन पर बात करती नजर आ रही हैं।

तस्वीर शेयर करते हुए आम आदमी पार्टी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'ये होता है जनता के लिए काम करने का जज्बा। बीजेपी के एलजी दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री आतिशी जी का आवास छीनकर सीएम हाउस से उनका सामान तो बाहर फिकवा सकते हैं लेकिन जनता की सेवा और काम करने के जज्बे को नहीं छीन सकते। आम आदमी पार्टी की सरकार तमाम बाधाओं और मुश्किलों से लड़ते हुए अंतिम सांस तक दिल्ली की जनता की सेवा करती रहेगी और उनके हक और अधिकार की लड़ाई लड़ती रहेगी।'

संजय सिंह ने दावा किया सीएम आतिशी को बंगले की चाबी पीडब्ल्यूडी द्वारा रविवार को सौंपी गई थी। उन्होंने कहा कि यह वीडियो सभी ने देखा कि आतिशी अपना सामान लेकर बंगले में आराम से दाखिल हुई और वहां एक मीटिंग भी की थी। इसका मतलब है कि उन्हें चाबी दी गई थी।

क्या है विवाद?

दरअसल, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने बुधवार को दिल्ली मुख्यमंत्री का सरकारी बंगला सील कर दिया था। इसके अलावा, सीएम आतिशी का सामान भी बाहर रख दिया था। जिस पर आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।

'आप' ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि केंद्र सरकार सीएम आतिशी को बंगला आवंटित नहीं करना चाहती है, जिसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है, जबकि अरविंद केजरीवाल सरकारी बंगला कब का खाली कर चुके हैं।

आम आदमी पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार मुख्यमंत्री का सरकारी बंगला भाजपा नेता को आवंटित करना चाहती है, जबकि नियमों के अनरूप यह बंगला मुख्यमंत्री को आवंटित किया जाता है, लेकिन केंद्र सरकार इन नियमों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी कर रही है, जिसे हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।

'बंगला अभी आवंटित ही नहीं किया गया'

उधर, उपराज्यपाल कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि सीएम आतिशी को अभी तक आधिकारिक रूप से सरकारी बंगला आवंटित नहीं किया गया है। इसके बावजूद वो बंगले में दाखिल हुईं और जब आप किसी के घर में जबरन दाखिल होते हैं, तो स्वाभाविक है कि उस घर का मालिक आपके खिलाफ कार्रवाई करेगा। आपको घर से बाहर निकालेगा। कुछ ऐसा ही आतिशी प्रकरण में भी किया गया है।

उपराज्यपाल कार्यालय ने अपनी तरफ से जारी बयान में कहा, 'मुख्यमंत्री आतिशी ने सरकारी बंगले के लिए अनुरोध किया था, जो विचाराधीन था। अभी तक उन्हें अधिकृत रूप से बंगला आवंटित नहीं किया गया था। इसके बावजूद वे बंगले में दाखिल हुईं, जिसके परिणामस्वरूप लोक निर्माण विभाग ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है।'

'बंगले में कौन से राज छुपे हैं?'

बंगले पर मचे घमासान के बीच भाजपा का कहना है कि आतिशी के पास पहले से ही सरकारी बंगला है, तो ऐसी स्थिति में उन्हें दूसरे बंगले की आवश्यकता क्यों है? भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा ने कहा था कि अब आम आदमी पार्टी के पाप का घड़ा भर चुका है। केजरीवाल को खुद सामने आकर दिल्ली की जनता को यह बताना चाहिए कि आखिर उनके शीशमहल में ऐसे कौन से राज दफन हैं, जिन्हें वो लोगों के बीच सार्वजनिक करने से बच रहे हैं। मैं इस बात को दावे के साथ कहता हूं कि उनके शीशमहल में कई राज दफन हैं। उन्होंने जनता के हित में इस्तेमाल होने वाले धन का उपयोग अपने शीशमहल को खड़ा करने में किया है और दिल्ली की जनता यह सबकुछ जानती है।

(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)

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