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पार्टी ने उन्हें जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग के बिजबेहरा निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा है। यह क्षेत्र लंबे समय से उनके परिवार का गढ़ है। इस सीट से साल 1996 में महबूबा मुफ्ती ने पहली बार चुनाव लड़ा था।
इल्तिजा मुफ्ती के चुनाव लड़ने के संकेत तब से मिलने लगे थे जब इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने विधानसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। 37 साल की इल्तिजा पहली बार चुनाव लड़ने जा रही हैं।
पिछले कुछ सालों से इल्तिजा राजनीति में ज्यादा सक्रिय हो गई थीं। बता दें कि जम्मू और कश्मीर में पहले चरण में 18 सितंबर को चुनाव होने वाला है। पूर्ववर्ती जम्मू और कश्मीर राज्य में आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे।
Parliamentary Board of the People's Democratic Party has released the list of the following constituency incharges. pic.twitter.com/CaCMIsYcuD
— J&K PDP (@jkpdp) August 19, 2024
इल्तिजा का जम्मू और कश्मीर की राजनीति में रोल
अगस्त 2019 में जब जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया था तब घाटी के कई नेताओं को हिरासत में लिया गया था। इन नेताओं में इल्तिजा की मां और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल थीं।
इस दौरान इल्तिजा ने अपनी मां के सोशल मीडिया अकाउंट खासकर सोशल प्लेटफॉर्म एक्स को संभाला था। इस दौरान वह हर मुद्दों पर मुखर होकर बोलना शुरू किया था। उन्होंने टीवी डीबेट में भी हिस्सा लेना शुरू कर दी थी।
मीडिया से बातचीत और बैठकों में मां के साथ दिखती थी इल्तिजा
इल्तिजा द्वारा पीडीपी प्रमुख की मीडिया को संभालने के बाद पार्टी की सोशल मीडिया की पहुंच में अच्छी ग्रोथ देखी गई है। 14 महीने बाद जब उनकी मां महबूबा मुफ्ती रिहा हुई थी तब वे उनके साथ दिखी थी। वे अपनी मां के साथ मीडिया के साथ बातचीत और बैठकों में भी हिस्सा लेती थी।
इल्तिजा के जम्मू और कश्मीर की राजनीति में एक अहम हिस्सा निभाने के संकेत बहुत पहले ही मिल गए थे। जून 2022 में उन्होंने एक्स पर "आपकी बात इल्तिजा के साथ" नामक एक वीडियो बातचीत की श्रृंखला शुरू की थी। इससे वह लोगों में काफी लोकप्रिय भी हुई थीं।
इल्तिजा ने की है निष्पक्ष चुनाव करने की मांग
करीब चार साल तक पीडीपी प्रमुख की मीडिया को अच्छी तरह संभालने के बाद पिछले साल पार्टी ने इल्तिजा को महबूबा मुफ्ती का मीडिया सलाहकार नियुक्त कर दिया था। तब से इल्तिजा और भी एक्टिव हो गई हैं।
हाल ही में इल्तिजा मुफ्ती ने जम्मू और कश्मीर में स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने की मांग की है। यही नहीं उन्होंने एलजी प्रशासन के व्यवहार पर भी सवाल उठा है और आरोप लगाया है कि वे भाजपा के पक्ष लेते हैं।
डीयू और ब्रिटेन से पढ़ी हैं इल्तिजा मुफ्ती
घाटी के युवा नेताओं में से एक इल्तिजा मुफ्ती ने दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में ऑनर्स की हैं। उन्होंने ब्रिटेन के वारविक विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में मास्टर भी कर रखा है।
बिजबेहरा में उनकी उम्मीदवारी को एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है जो पार्टी और क्षेत्र में उनके बढ़ते प्रभाव का संकेत देता है।