पटना: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने मॉब लिंचिंग को लेकर एक बयान दिया है। पटना में एक कार्यक्रम में शामिल इंद्रेश कुमार ने भारत में धार्मिक कट्टरता के कारण होने वाली हिंसा से बचने की आवश्यकता पर जोर दिया है और सभी धर्मों के बीच सम्मान का आह्वान किया है।
संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा है कि देश में विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच शांति को बढ़ावा देने के लिए “मॉब लिंचिंग” और “गाय लिंचिंग” जैसी घटनाओं को रोका जाना चाहिए।
कार्यक्रम में कुमार ने जाति जनगणना को लेकर भी बयान दिया है और कहा है कि इस संबंध में वे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के विचारों का समर्थन करते हैं। बता दें कि पिछले कई महीनों में भारत में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में इजाफा हुआ है जिसमें कथित गौरक्षकों द्वारा अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जाता है।
इन घटनाओं को लेकर विपक्ष भाजपा को घेरता आ रहा है और इसे इसका जिम्मेदार भी ठहरे आ रहा है। हाल में महाराष्ट्र और हरियाणा में अल्पसंख्यकों की मॉब लिंचिंग की गई थी। इसे लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर इस तरह के अपराधों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था।
इंद्रेश कुमार ने क्या बयान दिया है
मॉब लिंचिंग पर बोलते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा, “देश और दुनिया के कई हिस्सों में लोग मांस खाते हैं लेकिन हमें यह समझना चाहिए कि लोग गायों के प्रति संवेदनशील हैं इसलिए हमें ऐसा माहौल बनाने का प्रयास करना चाहिए जिसमें गायों की ‘लिचिंग’ (हत्या) न हो और न ही किसी व्यक्ति की ‘लिंचिंग’ हो। हमारा हिंदुस्तान अनेक जातियों, उपजातियों, भाषा, बोलियों, मत, पंत, धर्मों और खानपान का देश है।”
अपने बेबाक बयानों के कारण सुर्खियां बटोरने वाले कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीद के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन नहीं करने पर भी बयान दे चुके हैं।
कुमार ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को कम सीटें मिलने पर पार्टी के “अहंकार” वाले रवैए को जिम्मेदार ठहराया था। यही नहीं पीएम मोदी की तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर उन्हें बधाई भी दी थी और कहा था यह लगभग असंभव वाली बात संभव हुई है।
जाति जनगणना पर क्या बोले इंद्रेश कुमार
कार्यक्रम के दौरान इंद्रेश कुमार ने जाति जनगणना पर भी बयान दिया है और कहा है कि संघ मोहन भागवत के विचारों का समर्थन करता है। कुमार ने कहा है कि जाति जनगणना को लेकर मोहन भागवत ने जो भी बयान दिया है वह शत-प्रतिशत संघ का विचार है।
इस पर कुमार ने आगे कहा है कि जाति एक वास्तविकता है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हालांकि कुमार ने लोगों से जाति-आधारित भेदभाव से बचने का आग्रह किया है और। यही नहीं उन्होंने जाति को लेक भेदभाव को “जातिवाद का जहर” करार दिया है।
हाल में मॉब लिंचिंग की घटनाएं
हाल में महाराष्ट्र के ठाणे में एक ट्रेन में 72 साल के बुजुर्ग अशरफ अली सैयद हुसैन पर गोमांस ले जाने के आरोप में उस पर हमला किया गया था। धुले सीएसएमटी एक्सप्रेस में बुजुर्ग के साथ मॉब लिंचिंग की गई थी।
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामले में पुलिस ने छह लोगों की पहचान की थी और तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। सभी आरोपियों पर गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा होने, दंगा करने और आपराधिक धमकी देने के आरोप लगाए गए हैं।
एक दूसरी घटना में 27 अगस्त को हरियाणा के चरखी दादरी में साबिर मलिक नामक एक प्रवासी मजदूर की हत्या कर दी गई है। मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले मलिक को बहाना करके बुलाया गया था और उसे एक दुकान पर ले जाया गया था।
दुकान में उस पर गोमांस खाने का आरोप लगाया गया था। दावा है कि एक गौरक्षक समूह के कुछ सदस्यों ने उसे बेरहमी से पीटा था जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। इस सिलसिले में पुलिस ने दो किशोरों सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है।