कोच्चि: सोमवार को केरल के बेपोर और अझिक्कल बंदरगाहों के बीच सिंगापुर के झंडे वाले एक कंटेनर जहाज, एमवी वान हाई 503 में भीषण आग लग गई। यह घटना बेपोर से लगभग 78 समुद्री मील दूर हुई। जहाज पर कई धमाकों और आग लगने के बाद कथित तौर पर बीस कंटेनर समुद्र में गिर गए। बताया जा रहा है कि एक कंटेनर में हुए धमाके से ही जहाज में आग लगी। यह हाल के हफ्तों में केरल के तट पर दूसरी समुद्री दुर्घटना है।
270 मीटर लंबा यह जहाज 7 जून को कोलंबो से रवाना हुआ था और 10 जून को मुंबई बंदरगाह पहुंचने वाला था। जहाज पर 22 चालक दल के सदस्य सवार थे। उनमें से 18 ने समुद्र में छलांग लगा दी और उन्हें बचा लिया गया है। चार सदस्य लापता बताए जा रहे हैं, जो शुरू में आग बुझाने गए थे। जहाज का कप्तान अब भी शिप पर ही मौजूद है।
इस हादसे में पांच चालक दल के सदस्य घायल हुए हैं और दो गंभीर रूप से झुलस गए हैं। उन्हें बचाने के प्रयास जारी हैं। रक्षा पीआरओ कोच्चि ने बताया कि जहाज इस समय आग की चपेट में है और बह रहा है।
भारतीय कोस्ट गार्ड और नौसेना ने तत्काल राहत ने संभाला मोर्चा
हादसे की सूचना मिलते ही भारतीय कोस्ट गार्ड और नौसेना ने तत्काल राहत और बचाव अभियान शुरू किया। कोस्ट गार्ड ने डोर्नियर एयरक्राफ्ट से हवा से निगरानी रखी और आपातकालीन सामग्री गिराई। तीन इंटरसेप्टर बोट कोच्चि से और अन्य बोट्स बैपोर से रवाना की गईं, जो दोपहर तक घटनास्थल पर पहुंच गईं। आईएनएस सूरत, जिसे पहले कोच्चि बंदरगाह में लगने के लिए भेजा जाना था, को रास्ते से मोड़कर रेस्क्यू के लिए रवाना किया गया।
🚨 On 09 Jun 25, fire incident reported onboard Singapore-flagged container vessel MV Wan Hai 503 , 78 NM off #Beypore.⁰🔹 @indiannavy diverted INS Surat & planned DO sortie from #INSGaruda.⁰🔹 @IndiaCoastGuard deployed multiple assets including CG Dornier for rescue &… pic.twitter.com/rf7n6gfLA6
— PRO Defence Kochi (@DefencePROkochi) June 9, 2025
भारतीय नौसेना के मैरिटाइम ऑपरेशंस सेंटर (MOC) मुंबई को सुबह 10:30 बजे आग लगने की सूचना मिली थी। दोपहर 12:40 बजे तक आग ने कई अन्य कंटेनरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान क्रू ने जहाज छोड़ दिया। एमवी वन मार्वल नामक कमर्शियल जहाज को भी रेस्क्यू के लिए डायवर्ट किया गया, जिसने 18 क्रू सदस्यों को बचा लिया। इनमें से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है।
लापता हैं चार क्रू सदस्य
लापता चार क्रू सदस्यों में दो ताइवानी, एक इंडोनेशियाई और एक म्यांमार का नागरिक शामिल है। जहाज पर अभी भी आग लगी हुई है और वह समुद्र में बह रहा है, लेकिन यह अभी तक डूबा नहीं है।
भारतीय कोस्ट गार्ड की ओर से बताया गया है कि वह डीजी शिपिंग, राज्य प्रशासन और जहाज मालिकों के साथ मिलकर स्थिति का मूल्यांकन कर रहा है और आग की प्रकृति तथा संभावित जोखिमों की जांच की जा रही है। समुद्र में रसायनिक खतरे को टालने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। जहाज के मालिकों को पेशेवर फायरफाइटिंग एक्सपर्ट और सैल्वेज टीम नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं। बर्नहार्ड शुल्टे शिपमैनेजमेंट (BSM) ने जानकारी दी है कि उन्होंने एसएमआईटी साल्वेज से प्रारंभिक संपर्क किया है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कोझिकोड और एर्नाकुलम जिला प्रशासन को अलर्ट पर रहने और घायल क्रू मेंबर्स के लिए चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि यह हाल के हफ्तों में केरल के तट पर दूसरी समुद्री दुर्घटना है। इससे पहले 25 मई को एमएससी एल्सा-3 नामक लिबेरियाई जहाज कोच्चि तट से 14 नॉटिकल मील दूर डूब गया था, जिससे सैकड़ों कंटेनर, जिनमें 13 खतरनाक सामग्री वाले कंटेनर भी शामिल थे, समुद्र में गिर गए थे।