नई दिल्ली: कांग्रेस राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि कर्नाटक में नेतृत्व को लेकर कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है और सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बने रहेंगे। कर्नाटक में सिद्धारमैया को हटाने और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को कुर्सी सौंपने को लेकर चल रहे घमासान के बीच सुरजेवाला कर्नाटक में हैं। उन्हें शीर्ष कांग्रेस नेतृत्व की ओर से दिल्ली से बेंगलुरु भेजा गया है ताकि वे राज्य में पार्टी में चल रहे कथित खींचतान की समस्या को सुलझा सके।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार सुरजेवाला ने मंगलवार को अपने कर्नाटक दौरे को लेकर कहा कि, 'हम कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई राय-विचार किसी से नहीं ले रहे हैं।'
'विधायकों के कामकाज का कर रहे मूल्यांकन'
सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'आप में से कुछ लोगों ने मुझसे पूछा कि क्या आप नेतृत्व परिवर्तन पर राय ले रहे हैं। मैंने कल भी यही जवाब दिया था और आज फिर दे रहा हूं- इसका जवाब साफ तौर पर एक शब्द में 'नहीं' है।' सुरजेवाला अभी कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी भी हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के विधायकों के साथ उनकी बैठक 'उनके क्षेत्रों में किए गए काम का मूल्यांकन करने' के लिए थी।
VIDEO | "No change in Karnataka leadership," says Congress leader Randeep Surjewala (@rssurjewala) in Bengaluru after meeting state party leaders.
— Press Trust of India (@PTI_News) July 1, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/eml9RrjBC7
इससे पहले दिन में कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा था कि 'कोई असंतोष नहीं है' और मुख्यमंत्री के चेहरे में बदलाव की कोई बात नहीं है।' उन्होंने जोर देकर कहा कि सिद्धारमैया मुख्यमंत्री हैं, डीके शिवकुमार उनके उपमुख्यमंत्री और कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष हैं। उन्होंने आगे कहा, 'जब आलाकमान ने स्पष्ट रूप से कहा है कि निर्णय लेने की प्रक्रिया में ऐसा कुछ नहीं है, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन क्या कहता है।'
समाचार एजेंसी से प्रियांक खड़गे ने कहा था कि सभी को अपनी जिम्मेदारी पता है। उन्होंने कहा था, 'सिद्धारमैया सीएम हैं, डीके शिवकुमार कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री हैं।'
उन्होंने यह भी कहा कि हर किसी को उचित मंच पर अपनी बात कहने का अधिकार है और असंतुष्ट विधायकों को पार्टी हाईकमान से बात करनी चाहिए। इससे पहले सोमवार को सीएम सिद्धारमैया और शिवकुमार ने मीडिया के सामने हाथ पकड़कर एकजुटता दिखाई थी और राज्य में कांग्रेस सरकार की स्थिरता की पुष्टि की थी।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके और शिवकुमार के बीच अच्छे संबंध हैं, सिद्धारमैया ने सकारात्मक जवाब दिया था। इसके बाद उन्होंने एकजुटता दिखाने के लिए शिवकुमार का हाथ पकड़कर उठाया। कथित मतभेदों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'हम दूसरों की बात नहीं सुनते,' इस पर शिवकुमार ने भी सहमति में सिर हिलाया था।
'लीडरशीप को लेकर मीडिया से बात नहीं करें विधायक'
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार का भी बयान मंगलवार को आया है। उन्होंने कहा कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन पर कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ध्यान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कांग्रेस सरकार को मजबूत करने पर होना चाहिए।
पार्टी विधायकों की सार्वजनिक टिप्पणियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए उन्होंने कहा, 'किसी को भी प्रेस के सामने नहीं जाना चाहिए। मैं यह कह रहा हूं, प्रेस के सामने नहीं जाना चाहिए। चाहे वह इकबाल हुसैन हों या बी आर पाटिल या बालकृष्ण या कोई और, इसकी कोई जरूरत नहीं है।'
#WATCH | Bengaluru | Karnataka Deputy CM DK Shivakumar says, "...My duty is to give more strength to the discipline of the party. We have to concentrate on the local body elections and the 2028 assembly elections...There are no groups in the Congress party, we are united..."
— ANI (@ANI) July 1, 2025
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उन्होंने दोहराया कि अनुशासन महत्वपूर्ण है और कोई भी जल्दबाजी में नहीं है क्योंकि 2028 का लक्ष्य लेकर चलना है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मैं इकबाल हुसैन को नोटिस जारी करूंगा। मैं नहीं चाहता कि कोई यह कहे कि मैं सीएम बनूंगा। आज या कल, मैं उन्हें नोटिस जारी करूंगा। मैं यह भी नहीं चाहता कि बालकृष्ण मेरे पक्ष में बोलें।'