नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गौरवशाली अतीत और भविष्य की ओर बढ़ते कदमों को समर्पित उत्तर प्रदेश दिवस का भव्य आयोजन आज लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में हुआ। इस तीन दिवसीय समारोह का उद्घाटन देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया, जबकि कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे।
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने “मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान” (CM Yuva) के ई-पोर्टल का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के युवाओं को व्यवसायिक अवसर प्रदान करना है। इस योजना के तहत 25,000 युवा उद्यमियों को उनके व्यापार की स्थापना के लिए ऋण और स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। साथ ही, छह प्रमुख व्यक्तियों को उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।
उत्तर प्रदेश का गौरवशाली इतिहास और भविष्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक विकास की यात्रा को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश दिवस हमारे राज्य की समृद्धि और गौरव का प्रतीक है।” उन्होंने राज्य के विभिन्न ऐतिहासिक परिवर्तनों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह राज्य 1950 में “उत्तर प्रदेश” के नाम से पहचाना गया और तब से यह राज्य लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
उन्होंने 2018 में उत्तर प्रदेश दिवस की शुरुआत का जिक्र करते हुए कहा कि यह आयोजन राज्य की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के लॉन्च का आधार बना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ (ODOP) योजना, ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं इस आयोजन से जुड़ी हैं, जो राज्य की आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण हैं।
उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश की आर्थिक स्थिति के बारे में बताते हुए कहा, “2016-17 में राज्य की अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ रुपये की थी, जो अब 27 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो चुकी है। अगले चार वर्षों में, प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुसार, उत्तर प्रदेश ‘वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी’ के रूप में खुद को स्थापित करेगा।”
उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था, निवेश, पर्यटन, और बुनियादी ढांचे में सुधार की चर्चा की और कहा कि राज्य अब देश के विकास इंजन के रूप में उभर रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों और वंचितों के लिए ‘जीरो पावर्टी’ का लक्ष्य हासिल करने के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक विरासत और पर्यटन क्षेत्र में प्रगति का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा टूरिज्म डेस्टिनेशन बन चुका है।” राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था और विकासशील बुनियादी ढांचे ने इसे निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बना दिया है।
भविष्य की ओर एक कदम और
समारोह के अंत में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के भविष्य के प्रति अपने दृढ़ संकल्प का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “यह तीन दिवसीय समारोह प्रदेशवासियों को अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व करने का अवसर देगा, जबकि भविष्य के लिए नए सपने और उम्मीदें भी संचारित करेगा।”
उत्तर प्रदेश दिवस का यह आयोजन न केवल राज्य की ऐतिहासिक यात्रा और सांस्कृतिक धरोहर का सम्मान करता है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख आर्थिक और सामाजिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
यह खबर आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।