कोलकाता: ईद के मौके पर अपने संदेश में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए राज्य की दो मुख्य विपक्षी पार्टियों भाजपा और माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे को समान रूप से जिम्मेदार ठहराया। विपरीत राजनीतिक विचारधारा वाली दो विपक्षी ताकतों पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें 'राम-बम (राम और वामपंथी)' बताया।
रेड रोड पर ईद की नमाज के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से आग्रह किया कि वे ऐसे उकसावों में न आएं जो सांप्रदायिक दंगे भड़का सकते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार लोगों के साथ खड़ी रहेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी राज्य में तनाव पैदा न कर सके।
#WATCH | West Bengal CM Mamata Banerjee at Eidgah in Kolkata on the occasion of #EidAlFitr
— ANI (@ANI) March 31, 2025
She says "We are secular. Navratri is going on; I extend my best wishes for that as well, but we do not want riots to take place. Common people do not involve in such things only… pic.twitter.com/wfmCsuYgEY
उन्होंने कहा, 'हम धर्मनिरपेक्ष हैं। नवरात्रि चल रही है, उसके लिए भी मैं शुभकामनाएं देती हूं, लेकिन हम नहीं चाहते कि दंगे हों। आम लोग ऐसी चीजों में शामिल नहीं होते, सिर्फ राजनीतिक दल ही ऐसा करते हैं। यह शर्म की बात है। पहले लाल पार्टी धर्मनिरपेक्षता के बारे में बयान देती थी। आज लाल और भगवा एक हो गए हैं। हम अकेले लड़ेंगे। हम सभी धर्मों के लिए अपनी जान देने को तैयार हैं...बहुसंख्यकों का कर्तव्य अल्पसंख्यकों की रक्षा करना है और अल्पसंख्यकों का कर्तव्य बहुसंख्यकों के साथ रहना है।"
ममता बनर्जी ने कहा-राम-बाम' लोगों को बांट रहे
ममता बनर्जी ने कहा, "'आजकल राम-बम यह सवाल उठाता है कि मैं हिंदू हूं या नहीं। मेरा जवाब है कि मैं एक ही समय में हिंदू, मुस्लिम और सिख हूं और आखिरकार मैं एक भारतीय हूं। विपक्षी पार्टियां क्या कर रही हैं? वे सिर्फ लोगों को बांट रही हैं। मेरा जीवन देश के लिए समर्पित है।"
मुख्यमंत्री ने आगामी 6 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की संभावित कोशिशों के बारे में भी चेतावनी दी। पार्टी के महासचिव और लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी भी मंच पर उनके साथ थे।
भाजपा का सीधे नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्वों की राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की खास योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा, "दंगा जैसी स्थिति पैदा करने के लिए उकसावे में न आएं। हमेशा याद रखें कि आपकी दीदी (उनकी ओर इशारा करते हुए) आपके साथ हैं। अभिषेक आपके साथ हैं। पूरी राज्य सरकार आपके साथ है। अब कोई भी आपके साथ कुछ भी कर सकता है।"
भाजपा का नाम लिए बिना बीजेपी पर हमला
भाजपा का नाम लिए बिना मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे उन राजनीतिक ताकतों की न सुनें और न ही उनसे बातचीत करें जो विभाजनकारी राजनीति का प्रचार कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, "बस उन्हें सही समय पर करारा जवाब दें। वे यह तय करने की कोशिश कर रहे हैं कि लोग क्या खाएंगे और क्या पहनेंगे। मैं नहीं चाहती कि राज्य में दंगे जैसी स्थिति पैदा हो। हमेशा याद रखें कि आम लोग कभी सांप्रदायिक दंगे नहीं फैलाते। ऐसे दंगे कुछ खास राजनीतिक दलों द्वारा भड़काए जाते हैं।"
उन्होंने यह भी दावा किया कि वे रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद के मार्ग पर चलती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, "लेकिन मैं एक विपक्षी दल द्वारा प्रचारित धार्मिक मार्ग को मान्यता नहीं देती। उनके द्वारा प्रचारित मार्ग हिंदू धर्म विरोधी है।" सीएम ममता बनर्जी की यह टिप्पणी पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के मोथाबारी इलाके में दो समूहों के बीच हिंसा भड़कने के बाद आई है , जहां 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।