नई दिल्लीः दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को समन जारी किया है। एजेंसी ने यह समन 2,000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के मामले में पूछताछ के लिए जारी किया है।
यह मामला सरकारी स्कूलों में 12,748 क्लासरूम या अर्ध-स्थायी ढांचों के निर्माण से जुड़ा है, जो पिछली आप सरकार के कार्यकाल के दौरान हुआ था। सत्येंद्र जैन को 6 जून और मनीष सिसोदिया को 9 जून को एसीबी कार्यालय में पेश होने को कहा गया है।
30 अप्रैल को एसीबी ने दर्ज की थी FIR
एसीबी ने 30 अप्रैल को इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। आरोप है कि क्लासरूम निर्माण की लागत 1,200 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2,292 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गई, जिसे बीजेपी नेताओं ने भ्रष्टाचार का नतीजा बताया है। 2019 में बीजेपी नेताओं कपिल मिश्रा, हरीश खुराना और नीलकंठ बक्शी ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि दिल्ली में सरकारी स्कूलों में बनाए गए कक्षों की औसत लागत ₹24.86 लाख प्रति कक्षा रही, जबकि सामान्यतः ऐसे निर्माण कार्य में ₹5 लाख प्रति कक्षा का खर्च आता है।
क्या आरोप लगाए गए हैं?
शिकायत में आरोप लगाया गया कि प्रोजेक्ट 34 ठेकेदारों को सौंपा गया, जिनमें से कई आप से कथित रूप से जुड़े थे। आरोप है कि ठेके बिना उचित टेंडर प्रक्रिया के दिए गए, परियोजना लागत 17% से 90% तक बढ़ाई गई, वह भी बिना नए टेंडर बुलाए। साथ ही, निजी सलाहकारों की नियुक्ति नियमों के खिलाफ जाकर की गई, कई जगह काम दोहराया गया, और स्कूलों की मांग के बिना भी निर्माण कार्य किया गया।
एसीबी के प्रमुख ज्वाइंट कमिश्नर मधुर वर्मा ने बताया कि यह कार्रवाई केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की उस रिपोर्ट के आधार पर हुई है, जिसे लगभग तीन साल तक दबाकर रखा गया था। रिपोर्ट में सरकारी वित्तीय नियमों, सीपीडब्ल्यूडी मैनुअल और टेंडर प्रक्रियाओं के उल्लंघन की पुष्टि हुई थी। उन्होंने बताया कि धारा 17-A (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) के तहत सक्षम प्राधिकारी की अनुमति मिलने के बाद केस दर्ज किया गया।
आम आदमी पार्टी ने क्या कहा?
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी ने इसे राजनीतिक साजिश बताया है। पार्टी का कहना है कि यह कोई घोटाला नहीं है, बल्कि बीजेपी की एक सोची-समझी चाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने जब आम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता में थी, तब एसीबी को कमजोर कर दिया था और अब उसी कमजोर संस्था का इस्तेमाल कर आप नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पहले ही सीबीआई और ईडी द्वारा अन्य मामलों में गिरफ्तार किए जा चुके हैं और फिलहाल जमानत पर हैं। सिसोदिया को दिल्ली शराब नीति केस में और जैन को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया था। इस पूरे मामले ने आप के पूर्व मंत्रियों पर एक बार फिर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की जांच को तेज़ कर दिया है, और आने वाले दिनों में एसीबी की पूछताछ से इस कथित घोटाले की परतें और खुल सकती हैं।