CISF को पहली बार मिली पूरी तरह से महिला बटालियन, गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी

महिलाओं को विशेष सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहें। यह कदम सीआईएसएफ की मौजूदा सुरक्षा क्षमताओं को और अधिक मजबूती प्रदान करेगा और देश की सुरक्षा में महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगा।

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CISF gets all women battalion for the first time Home Ministry approves

सीआईएसएफ को पहली बार मिली पूरी तरह से महिला बटालियन, गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी (फोटो-X@CISFHQrs)

नई दिल्ली: भारत सरकार ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के लिए पहली बार एक ऑल-वूमेन रिजर्व बटालियन की स्थापना को मंजूरी दी है। यह बटालियन मुख्यतः हवाई अड्डों, मेट्रो, और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा में तैनात की जाएगी, जिससे देश में महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा बलों में महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा मिलेगा।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बटालियन में 1,025 महिला कर्मियों की भर्ती होगी और इसका नेतृत्व एक वरिष्ठ कमांडेंट करेंगे। गृह मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी एक आदेश के बाद सीआईएसएफ मुख्यालय नई दिल्ली में इसकी तैयारी शुरू हो गई है, जिसमें भर्ती प्रक्रिया और विशेष प्रशिक्षण शामिल हैं।

महिला बटालियन को वीआईपी सुरक्षा, एयरपोर्ट पर तैनात किया जाएगा

सीआईएसएफ की यह नई बटालियन मौजूदा ढांचे का हिस्सा होगी, जिसकी कुल संख्या दो लाख के आसपास है। इस बटालियन की स्थापना से सीआईएसएफ में महिला कर्मियों की संख्या बढ़ेगी और उन्हें वीआईपी सुरक्षा, हवाई अड्डों की सुरक्षा, और दिल्ली मेट्रो में सुरक्षा कार्यों में तैनात किया जाएगा।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर में बताया गया है कि सीआईएसएफ के मौजूदा ढांचे में 12 रिजर्व बटालियन हैं। यह आम तौर पर चुनावी ड्यूटी, अस्थायी और स्थायी सुरक्षा तैनाती के लिए उपयोग की जाती हैं।

विशेष रूप से संसद भवन, बड़े सरकारी कार्यक्रमों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा में रिजर्व बटालियन की भूमिका अहम होती है। यह बटालियन आपातकालीन परिस्थितियों में सहायता के लिए तैयार रहती हैं, जिससे देश में किसी भी बड़े खतरे से निपटने के लिए सीआईएसएफ की क्षमता में इजाफा होता है।

सीआईएसएफ में महिलाएं ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा में लगाई गई हैं

1969 में स्थापित सीआईएसएफ में महिलाओं की उपस्थिति पहले से ही महत्वपूर्ण रही है। वर्तमान में महिला कर्मियों को देश के 68 नागरिक हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो और ऐतिहासिक धरोहर स्थलों जैसे ताजमहल और लाल किला की सुरक्षा में तैनात किया गया है।

सीआईएसएफ ने हाल के वर्षों में महिला कर्मियों के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन यह पहली बार है कि एक पूरी तरह महिला रिजर्व बटालियन की स्थापना की जा रही है।

अखबार ने अपनी खबर में बताया है कि गृह मंत्रालय ने सीआईएसएफ की इस मांग को मंजूरी दे दी है। इसका उद्देश्य न केवल महिलाओं के लिए सुरक्षा क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करना है, बल्कि लैंगिक समानता को भी बढ़ावा देना है।

इस बटालियन की तैनाती से महिलाएं सुरक्षा के क्षेत्र में अधिक जिम्मेदारी निभा सकेंगी और प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में अपना योगदान दे सकेंगी।

नई बटालियन संवेदनशील स्थलों की भी सुरक्षा में लगाई जाएगी

यह बटालियन संवेदनशील राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभाएगी। वर्तमान में सीआईएसएफ कई उच्च-संवेदनशील स्थानों जैसे परमाणु और अंतरिक्ष केंद्रों की सुरक्षा में भी तैनात है।

इसके अलावा, सीआईएसएफ बेंगलुरु और पुणे में इंफोसिस के कार्यालयों तथा गुजरात के जामनगर में रिलायंस रिफाइनरी जैसे निजी संस्थानों की सुरक्षा भी करता है।

महिलाओं को विशेष सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहें। यह कदम सीआईएसएफ की मौजूदा सुरक्षा क्षमताओं को और अधिक मजबूती प्रदान करेगा और देश की सुरक्षा में महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगा।

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