एनडीए जीतता है तो नीतीश कुमार ही बिहार के सीएम होंगे, मेरी नजर डिप्टी सीएम पद पर नहीं: चिराग पासवान

चिराग पासवान ने स्पष्ट किया कि वह उपमुख्यमंत्री जैसे किसी पद के लिए प्रयास नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई स्थिति आती है, तो यह हमारी पार्टी का कोई सदस्य होगा, मैं नहीं।'

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Photograph: (IANS)

पटना: केंद्रीय मंत्री और लोजपा नेता चिराग पासवान ने साफ किया है कि अगर एनडीए बिहार चुनाव में जीत हासिल करता है तो नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पटना में एक इंटरव्यू में चिराग पासवान ने यह बात कही। पासवान ने यह भी कहा कि उन्हें उपमुख्यमंत्री बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है।

चिराग पासवान का यह बयान इसलिए अहम है कि क्योंकि पिछले कुछ दिनों से अटकलें लगाई जा रही थीं चुनाव जीतने पर नीतीश ही एनडीए की ओर से सीएम पद के दावेदार होंगे। साथ ही कुछ अटकलें चिराग पासवान को लेकर भी लग रही थीं कि वे खुद को सीएम पद के रेस में आगे ले जाना चाहते हैं और इसके प्रयास कर रहे हैं।

विधानसभा चुनाव लड़ेंगे चिराग पासवान?

सीएनएन-न्यूज18 के अनुसार चिराग पासवान ने कहा, 'मैं गठबंधन की ओर से आपको बता रहा हूं कि नीतीश कुमार (फिर से) मुख्यमंत्री होंगे।' उन्होंने कहा कि यह इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि एनडीए का प्रत्येक सहयोगी कितनी सीटें जीतता है। पासवान ने यह भी दोहराया कि वह इस बार एक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं और उनकी पार्टी चाहती है कि यह एक सामान्य सीट हो।

चिराग पासवान ने कहा, 'मुझे पूरा भरोसा है कि पांच दलों का एनडीए गठबंधन एक विजयी गठबंधन है। इस बार 225 से ज्यादा सीटों के साथ यह हमारी अब तक की सबसे बड़ी ऐतिहासिक जीत होगी। हमने हाल ही में हुए उपचुनावों में खुद को साबित किया है। हमने बेलागंज सीट जीती है, जिसे एनडीए ने तीन दशकों से नहीं जीता था।'

केंद्र में नहीं रहना चाहता, बिहार लौटने का समय: पासवान

पासवान ने यह भी खुलासा किया कि सीएम नीतीश कुमार ने हाल ही में उनसे पूछा था कि क्या वह विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर गंभीर हैं। पासवान ने कहा, 'वह जानना चाहते थे कि मैं किस क्षेत्र या विधानसभा सीट पर विचार कर रहा हूं। मैंने उनसे कहा कि मैं चाहता हूं, और यह मेरी व्यक्तिगत इच्छा है। मैं खुद को केंद्र में ज्यादा नहीं देखता... राजनीति में आने का मेरा पूरा उद्देश्य बिहार और बिहारियों के लिए था। तीसरी बार सांसद के तौर पर दिल्ली में रहते हुए ऐसा करना संभव नहीं है। इसलिए, अब समय आ गया है कि मैं अपने राज्य वापस लौट जाऊं।'

हालांकि, पासवान ने स्पष्ट किया कि वह उपमुख्यमंत्री जैसे किसी पद के लिए प्रयास नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'यह मुझे लुभाता नहीं है...पद पाने की यह इच्छा। अगर यह मेरी प्राथमिकता होती, तो मैं 2020 में गठबंधन नहीं छोड़ता। अब, हमारी जीत के बाद और पार्टी की ताकत के अनुसार, सरकार में सभी को उनकी संबंधित भूमिका दी जाएगी। मैं उपमुख्यमंत्री की भूमिका के लिए प्रयास नहीं कर रहा हूं। अगर कोई स्थिति आती है, तो यह हमारी पार्टी का कोई सदस्य होगा, मैं नहीं।'

'नीतीश कुमार पूरी तरह स्वस्थ हैं'

चिराग पासवान ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के स्वास्थ्य के बारे में बात 'वास्तविकता से कहीं ज़्यादा बढ़ा-चढ़ाकर कही जा रही है।' उन्होंने कहा, 'अगर यह (नीतीश का स्वास्थ्य) चिंता का विषय होता, तो हम गठबंधन के अंदर इस पर चर्चा करते। लेकिन यह चिंता का विषय नहीं है।'

जब पासवान से पूछा गया कि एनडीए गठबंधन से बाहर चुनाव लड़ने पर उन्होंने 2020 के चुनावों में नीतीश कुमार की पार्टी को नुकसान पहुंचाया, तो वे हंस पड़े। उन्होंने कहा कि अब उन्होंने नीतीश कुमार के साथ दुश्मनी खत्म कर दी है। उन्होंने कहा, '2019 के चुनाव के तुरंत बाद, मुझे लगा कि मेरी पार्टी और मुझे गठबंधन में किनारे कर दिया जा रहा है। यह वह समय था जब मेरे पिता की तबीयत ठीक नहीं थी। मैं  नया था, और उन्हें लगा कि मैं अपने पिता की तरह काम नहीं कर पाऊंगा।'

 

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