बीजिंगः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ आज से पूरी दुनिया पर लागू हो गए हैं। ट्रंप ने इसे "मुक्ति दिवस" बताया है। टैरिफ योजना लागू होने के बाद सभी देश चिंतित हैं और देश इससे निपटने के लिए नए विकल्प तलाश रहे हैं।

इसी बीच चीन ने अधिक भारतीय उत्पादों को खरीदने और व्यापार को और मजबूत करने की पेशकश की है। दिल्ली स्थित चीनी दूतावास के राजदूत ने भारतीय उद्यमों से पड़ोसी देश में व्यापार के अवसरों की तलाश करके "चीन के विकास के लाभों" को साझा करने को कहा। 

चीनी राजदूत ने क्या कहा?

चीनी राजदूत शू फेइहांग ने चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स को दिए साक्षात्कार में कहा "हम व्यापार और अन्य क्षेत्रों में व्यापारिक सहयोग को मजबूत करने के लिए भारतीय पक्ष के साथ काम करने इच्छुक हैं तथा चीनी बाजार के लिए अधिक उपयुक्त भारतीय उत्पादों का आयात करने के इच्छुक हैं।"

राजदूत ने कहा "हम अधिक भारतीय इंटरप्राइजेस को हिमालय पार कर और चीन में सहयोग के अवसर तलाशने के लिए स्वागत करते हैं।"

शू ने आगे कहा कि चीन आशा करता है कि भारत चीन के लिए एक निष्पक्ष और पारदर्शी बिजनेस माहौल तैयार करेगा तथा अपने पारस्परिक लाभकारी सहयोग को आगे बढ़ाएगा। 

चीनी राजदूत का यह बयान उस वक्त आया है जब एक अप्रैल को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कहा था कि चीन और भारत को और मजबूती से काम करना चाहिए। गौरतलब है कि एक अप्रैल को दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के 75 वर्ष पूरे हुए थे।  

2020 की झड़प के बाद रिश्तों को सुधारने के प्रयास

2020 में हुई सीमा पर झड़प के बाद भारत और चीन एक-दूसरे के साथ रिश्तों को फिर से बनाने के कदम उठा रहे हैं। भारत ने साल 2020 की झड़प के बाद से देश में चीनी निवेश पर प्रतिबंध लगा रखे हैं और अभी तक यह प्रतिबंध जारी हैं।

वहीं, जनवरी में दोनों पक्षों ने कहा था कि वे देशों के बीच सीधी उड़ानों को फिर से शुरू करेंगे। हिमालय की सीमा पर गश्त के संबंध में अक्टूबर में हुए एक फैसले के बाद यह कदम उठाने का फैसला लिया गया था। 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुधवार से टैक्स शुरू कर "मुक्ति दिवस" का ऐलान कर रहे हैं लेकिन अभी तक इस विषय में कोई स्पष्टता नहीं आ सकी है। ट्रंप व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में इस विषय में शाम चार बजे कैबिनेट की बैठक के साथ इसका ऐलान करेंगे। ट्रंप का कहना है इससे अमेरिकी उद्योगों का एक नया 'स्वर्ण युग' शुरू होगा।

ट्रंप भारत समेत कई देशों को सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देश के रूप में बताते रहे हैं। पीएम मोदी के साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान भी ट्रंप ने भारत को टैरिफ किंग बताया था।