नई दिल्ली: ह्यूमनमेटान्यूमोवायरस लगातार दुनिया में फैल रहा है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। भारत में एचएमपीवी के कुल केस 18 हो गए हैं। बीते दिन यानी सोमवार को इसका एक मामला पुडुचेरी से आया है। पुडुचेरी में एक बच्चा पॉजिटिव पाया गया है। इससे पहले कई राज्यों में और भी बच्चे पॉजिटिव पाए गए थे।
क्या है ह्यूमनमेटान्यूमोवायरस?
यह कोरोना वायरस की तरह का ही एक वायरस है, जिसमें खांसी, तेज सिरदर्द, थकान, मसल्स पेन जैसी शिकायत होती है। इसके साथ ही बुखार और सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है। पुडुचेरी के मेडिकल सर्विस डायरेक्टर ने बताया कि बच्चे को 10 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे खांसी, बुखार जैसे लक्षण थे और अब वह सही हो रहा है। एचएमपीवी के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए कई राज्य सतर्क हो गए हैं और लोगों से बचाव की अपील की है। इस संबंध में पंजाब में लोगों से मास्क पहनने को कहा गया है। इसके साथ ही हरियाणा में भी एचएमपीवी से जुड़े मामलों पर ध्यान देने को कहा गया है।
एचएमपीवी के सबसे ज्यादा मामले अब तक गुजरात में पाए गए हैं। यहां पर 4 मामले पाए गए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी 3 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, तमिलनाडु और कर्नाटक में 2-2 केस दर्ज किए गए हैं। राजस्थान, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और असम में इसका 1-1 मामला दर्ज किया गया है।
बच्चे हो रहे हैं प्रभावित
एचएमपीवी का असर बच्चों में ज्यादा देखने को मिल रहा है। शुरुआती दौर में बच्चों में सर्दी-खांसी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसको लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को सतर्क किया है और लोगों के बीच जागरूकता लाने को कहा है। अब तक के अधिकतर केसेस में यह देखा गया है कि बच्चे सर्वाधिक संक्रमित हैं। इनमें 8 बच्चे ऐसे हैं, जिनकी उम्र 1 साल से भी कम है। अभी तक इस वायरस से बचाव के लिए किसी भी तरह की वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, लक्षणों के आधार पर ही उपचार किया जाता है। वायरस से बचाव के लिए हाथ साफ रखने, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है।
केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी
केंद्र सरकार ने भी वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को रुमाल से ढकें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं। सर्दी, खांसी जैसे लक्षण हैं तो बाजार और भीड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करें। समय-समय पर हाथों को धोते रहें और पौष्टिक भोजन करें तथा पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।