छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बड़ा नक्सली हमला, सुरक्षाकर्मियों से भरे वाहन को उड़ाया, 9 जवान शहीद

नक्सलियों ने कुटरू से बेदरे मार्ग पर करकेली के पास सुरक्षाबलों के वाहन को निशाना बनाया। जब यह हमला हुआ, तब जवान एक संयुक्त अभियान से लौट रहे थे।

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पिछले दो वर्षों में नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों पर किया गया सबसे बड़ा हमला है। फोटोः IANS

बीजापुरः छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सोमवार को नक्सलियों ने एक और बड़ी वारदात को अंजाम दिया। नक्सलियों ने संयुक्त ऑपरेशन से लौट रहे सुरक्षा बलों के वाहन को आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया। इस हमले में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के आठ जवान और एक वाहन चालक शहीद हो गए। यह घटना जिले के कुटरू थाना क्षेत्र के अंबेली गांव के पास दोपहर करीब 2:15 बजे हुई।

नक्सलियों ने कुटरू से बेदरे मार्ग पर करकेली के पास सुरक्षाबलों के वाहन को निशाना बनाया। जब यह हमला हुआ, तब जवान एक संयुक्त अभियान से लौट रहे थे। बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) ने बताया कि यह घटना पिछले दो वर्षों में नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों पर किया गया सबसे बड़ा हमला है। पिछले साल, 26 अप्रैल 2023 को पड़ोसी दंतेवाड़ा जिले में भी नक्सलियों ने इसी प्रकार का आईईडी हमला किया था, जिसमें 10 पुलिस कर्मी और एक चालक की मौत हो गई थी।

जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी: सीएम विष्णु देव साय

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, "बीजापुर में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में हमारे जवानों की शहादत बेहद दर्दनाक है। मेरी संवेदनाएं शहीदों के परिजनों के साथ हैं।'' उन्होंने कहा, "बस्तर में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान से नक्सली हताश हैं और हताशा में इस तरह की कायराना हरकतें कर रहे हैं। जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी, नक्सलवाद को खत्म करने की हमारी लड़ाई मजबूती से जारी रहेगी।"

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने इस हमले को नक्सलियों की कायरतापूर्ण हरकत बताया और कहा, "हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। 2026 तक बस्तर को नक्सल मुक्त करने का हमारा संकल्प अडिग है।"

छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "जब भी इनके खिलाफ बड़े ऑपरेशन किए जाते हैं, तो ये नक्सली कायराना हमले करते हैं। मैं इस हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे महत्वपूर्ण कदम आगे भी जारी रहेंगे।"

वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। बघेल ने एक्स पर लिखा, "बीजापुर से आ रही खबर बेहद दुखद है। बीजापुर के कुटरू में माओवादियों ने आईईडी ब्लास्ट कर सुरक्षाबलों के वाहन को उड़ा द‍िया। इस दुखद घटना में हमारे आठ जवान और एक वाहन चालक के शहीद होने की सूचना है। हम सब शहीदों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनकी शहादत को कोटि-कोटि सलाम करते हैं। लोकतंत्र विरोधी ताकतों के खिलाफ हम सब एकजुट हैं।"

 5 जनवरी के मुठभेड़ में पांच नक्सली मारे गए थे

यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब बस्तर में नक्सल विरोधी अभियान तेज किया गया है। हमले के एक दिन पहले नारायणपुर और दंतेवाड़ा के जंगलों में सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में चार  नक्सली मारे गए थे। सूत्रों के अनुसार, इस घटना की जांच के लिए जल्द ही एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की एक टीम बीजापुर पहुंचेगी। एनआईए की फोरेंसिक टीम भी इस मामले की जांच में शामिल होगी।

2024 में 100 नक्सली मारे गए

छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमाओं पर नक्सलियों की गतिविधियां पिछले कुछ सालों से चिंता का विषय रही हैं। सुरक्षा बल लगातार इस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर काबू पाने के लिए ऑपरेशन चला रहे हैं।  पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पिछले साल अबूझमाड़ में करीब 100 नक्सलियों को मारा गया था, जो 2024 में मारे गए कुल नक्सलियों का 50 प्रतिशत से अधिक है। अक्टूबर 2024 में, अबूझमाड़ में हुई एक बड़ी कार्रवाई में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया था। इसे राज्य में नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़े अभियानों में से एक माना जाता है।

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