छत्तीसगढ़ में सुरक्षाकर्मियों का बड़ा ऑपरेशन, अबूझमाड़ जंगल में 28 नक्सली मारे गए

सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर अबूझमाड़ के जंगलों में शुक्रवार दोपहर 1 बजे के आसपास शुरू हुई थी। मारे गए नक्सलियों से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुए हैं।

एडिट
Jairam alias Chalapathi, Naxalite carrying reward of Rs 1 crore, killed (File Photo)

फाइल फोटो- IANS

रायपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर डिविजन के नारायणपुर जिले के जंगलों में शुक्रवार को सुरक्षाकर्मियों ने बड़ा ऑपरेशन अंजाम देते हुए 28 संदिग्ध नक्सलियों को मार गिराया। संख्या बढ़ भी सकती है। अब तक 28 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर अबूझमाड़ के जंगलों में दोपहर करीब एक बजे से शुरू हुई। यह सबकुछ उस समय शुरू हुआ जब दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिलों से जिला रिजर्व गार्ड और विशेष कार्य बल की एक संयुक्त टीम ओरछा और बारसूर के गोवेल, नेंदुर, थुलथुली गांवों में नक्सलियों की मौजूदगी के बारे में प्राप्त सूचनाओं के आधार पर नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ तब हुई जब सुरक्षाबल थुलथुली गांव के पास जंगलों में थे।

बड़ी मात्रा में हथियार बरामद...एके 47 भी शामिल

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षाबल सुरक्षित हैं। पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि उन्हें 28 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। साथ ही बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी मिले हैं। बरामद हथियारों में एके 47 और एसएलआर भी शामिल हैं। समाचार लिखे जाने तक मुठभेड़ के रूक-रूक के होने की जानकारी सामने आई है। विस्तृत जानकारी कुछ घंटो बाद सामने आ सकेगी।

मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी बाकी

मारे गए नक्सलियों के शवों की अभी तक पहचान नहीं की जा सकी है। अधिकारियों ने कहा कि संभावना है कि मारे गए नक्सलियों में सीनियर कैडर भी शामिल होगा। अभी सुरक्षाबलों के अलग-अलग दल वन क्षेत्र की तलाशी ले रहे हैं।

बस्तर पुलिस के अनुसार शुक्रवार के एनकाउंटर के बाद इस साल बस्तर क्षेत्र में 171 नक्सली मारे गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि नारायणपुर क्षेत्र नक्सली ठिकानों का मुख्य क्षेत्र रहा है। इसे वे हमेशा एक सुरक्षित ठिकाना मानते रहे हैं। घने जंगलों के कारण अक्सर नक्सलियों के सीनियर कैडरों की बैठकें इस क्षेत्र में आयोजित होती रही हैं। साथ ही लंबे समय तक एक ही स्थान पर शिविर लगाने और राज्यों की सीमा तक पहुंचने के लिए भी इस जंगली क्षेत्र का इस्तेमाल नक्सली करते रहे हैं।

वन पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में सुरक्षा बलों के अबूझमाड़ के जंगलों में घुसने से नक्सली निश्चित रूप से और अंदर धकेले जा रहे हैं। साथ ही ऐसे में इस जंगल में उनके प्रभुत्व को लेकर उनका आत्मविश्वास भी डगमगा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने दी सुरक्षाबलों को बधाई

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पट्टीलिंगम ने 28 नक्सलियों के शव बरामद होने की पुष्टि की है। इस बीच मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुरक्षाबलों को बधाई देते हुए कहा कि नक्सलवाद का खात्मा ही 'डबल इंजन' की सरकार का लक्ष्य है।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबल के जवानों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 28 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। जवानों को मिली यह बड़ी कामयाबी सराहनीय है। उनके हौसले और अदम्य साहस को नमन करता हूं। नक्सलवाद के खात्मे के लिए शुरू हुई हमारी लड़ाई अब अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेगी, इसके लिए हमारी डबल इंजन सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है।"

यह भी पढ़ें
Here are a few more articles:
Read the Next Article