उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री धाम की यात्रा में अचानक भूस्खलन हो गया। यह हादसा यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर भैरव मंदिर के पास हुआ, जहां सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए जा रहे थे। इस हादसे में तीन यात्रियों के मलबे में दबने की पुष्टि हुई है।घटना की जानकारी मिलते ही उत्तरकाशी जिला प्रशासन हरकत में आ गया। जिला सूचना अधिकारी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एसडीआरएफ की टीम, मेडिकल स्टाफ और स्थानीय प्रशासन ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। वहीं, पुलिस बल भी मौके के लिए रवाना हो चुका है।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
रेस्क्यू टीमों ने पहाड़ से गिरे मलबे को हटाने का कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मार्ग को फिलहाल बंद कर दिया गया है और अन्य यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है। जिलाधिकारी उत्तरकाशी घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं औरकंट्रोल रूम से पल-पल की मॉनिटरिंग की जा रही है। सभी संबंधित एजेंसियों को तत्काल राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम विभाग ने भी आने वाले कुछ दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिस कारण स्थिति और गंभीर हो सकती है। श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि वो प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और असुरक्षित स्थानों पर न जाएं।
पैदल यात्रियों को रोका गया
मिली जानकारी के मुताबिक, जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर 9 कैंची के पास रेस्क्यू कार्य शुरू होने के साथ ही सुरक्षा के लिहाज से और रेस्क्यू कार्य में व्यवधान उत्पन्न न होने के कारण यमुनोत्री धाम की पैदल यात्रा को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। जानकीचट्टी चौकी प्रभारी गंभीर सिंह तोमर ने कहा कि जिला अधिकारी के पहुंचने पर भंडेली गाड़ यमुनोत्री वैकल्पिक मार्ग पर आवाजाही संचालित करने का निर्णय लिया जाएगा।