नई दिल्ली: वक्फ संशोधन विधेयक बुधवार को प्रश्नकाल के तुरंत बाद लोकसभा में पेश किया जाएगा और इसके बाद आठ घंटे तक इस पर व्यापक चर्चा होगी। हालांकि, विधेयक पेश होने से पहले ही सियासत गर्म है। विपक्षी दलों के नेता इस विधेयक को मुस्लिम विरोधी बता रहे हैं, तो सत्ता पक्ष के नेताओं ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए इसे मुस्लिमों के हित में बताया है। इसी बीच एनडीए में दूसरी सबसे बड़ी समर्थक पार्टी  टीडीपी ने संसद में वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने का ऐलान किया है।

CM नायडू मुसलमानों के पक्ष मेंः TDP

चंद्राबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी के लोकसभा में 16 सांसद हैं। पहले यह संभावना जताई जा रही थी तेलगूदेशम पार्टी वक्फ बिल पर न्यूट्रल पोजिशन बनाकर दूरी बनाए रख सकती है। वह न तो इसका समर्थन करेगी और न ही विरोध करेगी। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम कुमार जैन ने बताया कि टीडीपी ने हमेशा मुसलमानों के हितों का ख्याल किया है और सीएम नायडू पहले ही कह चुके हैं कि हम मुसलमानों की हर हित की रक्षा करेंगे। अब टीडीपी के ऐलान के बाद बिल पास होने की उम्मीद बढ़ गई है।

वक्फ संशोधन विधेयक पर तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम कुमार जैन ने हैदराबाद में कहा, 'पूरा मुस्लिम समुदाय वक्फ संशोधन विधेयक के पेश होने का इंतजार कर रहा है। हमारी पार्टी इस विधेयक का समर्थन करेगी। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पहले ही कह चुके हैं कि हम मुस्लिम समुदाय के हितों के लिए काम करेंगे।' प्रेम कुमार जैन ने आगे कहा, 'वक्फ संशोधन विधेयक कल बुधवार को विधेयक पेश किया जाएगा, उसके बाद ही हम इस पर कोई कमेंट करेंगे। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि चंद्रबाबू नायडू मुसलमानों के पक्ष में हैं।'

वक्फ बिल को लोकसभा में किया जाएगा पेश: किरेन रिजिजू

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को कहा, "कुछ सदस्य चर्चा के ल‍िए 6 घंटे चाहते थे, कुछ 4 घंटे, विपक्ष ने 12 घंटे की मांग की। इसके बाद विधेयक पर 8 घंटे की चर्चा के लिए सहमति बनी।" उन्होंने कहा, "सदन की भावना के आधार पर, अध्यक्ष द्वारा इसे बढ़ाने का निर्णय भी लिया जा सकता है।"

बुधवार को लोकसभा में हंगामेदार सत्र होने की उम्मीद है, क्योंकि विपक्षी सदस्य विवादास्पद विधेयक पर जोरदार विरोध करने को तैयार हैं। संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि वक्फ विधेयक पर संभावित टकराव का संकेत मंगलवार को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) की बैठक में देखने को मिला।

वक्फ विधेयक पर 8 घंटे की बहस की घोषणा

रिजिजू ने प्रेस को बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वक्फ विधेयक पर 8 घंटे की बहस की घोषणा की, लेकिन विपक्ष ने विरोध शुरू कर दिया और वॉकआउट किया। उन्होंने विपक्ष पर डर फैलाने और विधेयक पर चर्चा से बचने के लिए वॉकआउट करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार विधेयक पर विस्तृत चर्चा के लिए तैयार है, क्योंकि सभी दलों को विवादास्पद खंडों पर अपनी आपत्तियां उठाने के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, "कुछ दल जानबूझकर विधेयक पर अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं और बहस से भागने के बहाने भी बना रहे हैं। देश इस विधेयक पर आपत्तियों को सुनना चाहता है।"

मंत्री ने केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल (केसीबीसी) द्वारा विधेयक को समर्थन दिए जाने का भी संज्ञान लिया और उनके समर्थन का स्वागत किया। विशेष रूप से, केरल में केरल काउंसिल ऑफ चर्चेज सहित विभिन्न कैथोलिक निकायों ने विधेयक का समर्थन क‍िया है और पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सांसदों से विधेयक का समर्थन करने का आग्रह किया है, ताकि सरकार को वक्फ संपत्तियों के संचालन को विनियमित करने और पारदर्शी तरीके से विवादों का निपटारा करने की ताकत मिल सके।