रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के घर सीबीआई ने छापा मारा है। सीबीआई की टीम बुधवार सुबह भूपेश बघेल के घर पहुंची। सामने आई जानकारी के अनुसार सीबीआई की टीम रायपुर और दुर्ग में जिले स्थित उनके भिलाई वाले घर पर भी पहुंची है। समाचार लिखे जाने तक सीबीआई की टीम भूपेश बघेल के आवास पर मौजूद है। इससे करीब दो हफ्ते प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने भी भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्या के घर पर पहुंची थी।
बहरहाल, समाचार एजेंसी IANS के अनुसार सीबीआई की टीम दो गाड़ियों में सवार होकर भूपेश बघेल के घर पहुंची। इसके अलावा, सीबीआई ने पूर्व सीएम बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा और भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के घर भी रेड की है।
साथ ही, आईपीएस अधिकारी आरिफ शेख और आईपीएस अफसर अभिषेक पल्लव के घर भी रेड की खबर है। सीबीआई ने फिलहाल इस मामले पर कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन कांग्रेस और बघेल की सोशल मीडिया टीम ने इस बारे में जानकारी दी है।
भूपेश बघेल के एक्स हैंडल पर दी गई जानकारी
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीबीआई छापे को लेकर जानकारी दी गई है। भूपेश बघेल के एक्स हैंडल पर लिखा गया, 'अब सीबीआई आई है। 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली एआईसीसी की बैठक के लिए गठित ‘ड्राफ्टिंग कमेटी’ की मीटिंग के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। उससे पूर्व ही सीबीआई रायपुर और भिलाई निवास पहुंच चुकी है।'
अब CBI आई है.
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 26, 2025
आगामी 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली AICC की बैठक के लिए गठित “ड्राफ़्टिंग कमेटी” की मीटिंग के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है.
उससे पूर्व ही CBI रायपुर और भिलाई निवास पहुँच चुकी है.
(कार्यालय-भूपेश बघेल)
वहीं, कांग्रेस पार्टी के छत्तीसगढ़ कम्यूनिकेशन हेड सुशील आनंद शुक्ला ने एक बयान में कहा, 'भाजपा की मोदी सरकार ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर सीबीआई भेजी। सीबीआई रायपुर और भिलाई दोनों जगहों पर पहुंच गई है।'
महादेव सट्टेबाजी केस में कार्रवाई?
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि सीबीआई की ये तलाशी किस मामले से संबंधित है। सीबीआई हालाकि अवैध महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले और छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग में भर्ती से संबंधित भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कर रही है, जो कथित तौर पर पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान हुई थी। ऐसे में माना जा रहा है कि इन केसों से संबंधित ये कार्रवाई है।
इससे पहले, ईडी ने भिलाई के पदुम नगर इलाके में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर और उनके सहयोगियों से जुड़े 14 ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की थी।
भूपेश बघेल ने तब कहा था, 'यह संयोग है या प्रयोग, आप लोग तय कीजिए। कवासी लखमा ने जब उपमुख्यमंत्री अरुण साव से सवाल पूछा, तो उनके खिलाफ ईडी की टीम पहुंच गई। मैंने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से सवाल पूछा, तो चार दिन भी नहीं लगे कि ईडी पहुंच गई। मतलब हम सवाल नहीं कर सकते। यह सरकार डराना चाहती है।'
बघेल ने आरोप लगाया था कि ईडी की कार्रवाई हमें रोकने, प्रताड़ित करने और दबाव डालने के लिए है। उन्होंने कहा था कि झारखंड चुनाव समाप्त होने के बाद 2020 में पहली बार छापा पड़ा था। इसके बाद जब-जब वह दूसरे राज्य के चुनाव में गए, तब-तब छापे पड़े।
(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)