कोलकाताः पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) भर्ती घोटाले को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। सीबीआई ने इस कथित धोखाधड़ी योजना के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है।

यह गिरफ्तारी तब हुई, जब 2 अगस्त 2023 को कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने आरोपों की जांच शुरू की थी। आरोप यह था कि कुछ अयोग्य उम्मीदवारों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में नियुक्तियां मिलीं, जिनके पास फर्जी निवास प्रमाण पत्र थे।

गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम महेश कुमार चौधरी है, जो कि उत्तर 24 परगना के कानीकिनारा स्थित इंजीनियरिंग स्टोर डिपो (ESD) में सिपाही के रूप में कार्यरत था। चौधरी पर आरोप है कि उसने एक रैकेट का संचालन किया, जो पश्चिम बंगाल के फर्जी निवास प्रमाण पत्र मुहैया कराता था, जिनमें कुछ तो सीमा या नक्सल प्रभावित जिलों में रहने का दावा करते थे।

चौधरी का नाम पहले दर्ज की गई एफआईआर में भी था, जिसमें राजू गुप्ता और अन्य अज्ञात व्यक्तियों का भी उल्लेख किया गया था। सीबीआई की जांच से यह स्पष्ट हुआ कि चौधरी इस घोटाले में केंद्रीय भूमिका निभा रहा था, और उसने उम्मीदवारों से सीधे और बिचौलियों के माध्यम से बड़ी रकम वसूली थी।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की और 31 जनवरी 2024 को चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। उसे अलीपुर स्थित सीबीआई कोर्ट संख्या 1 में पेश किया गया, जहां उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। सीबीआई की जांच अब भी जारी है, और इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।