ओटावाः कनाडा में जस्टिन ट्रुडो के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे के बाद कई नाम इस पद की रेस में हैं। इसी क्रम में भारतीय मूल की महिला रूबी ढल्ला भी इन दिनों काफी चर्चा में हैं। प्रधानमंत्री पद के लिए रूबी ने अपनी दावेदारी बीते दिनों पेश की है। इससे पहले भारतीय मूल के चंद्र आर्य का नाम भी प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदारों की सूची में देखा जा रहा था।

रूबी ढल्ला पूर्व में कनाडा की सांसद रह चुकी हैं और वह ट्रुडो के स्थान पर प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी के साथ-साथ लिबरल पार्टी के नेतृत्व के लिए अगली उत्तराधिकारी बनने की दौड़ में भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री पद पर दावेदारी पेश करने के लिए 23 जनवरी की समय सीमा तय की गई थी।

अंतिम तारीख से एक दिन पहले उन्होंने अपना नाम घोषित किया है। हालांकि अभियान की अर्हता के लिए रूबी को अभी 3,50,000 कनाडाई डॉलर का भुगतान करना होगा। यह राशि भारतीय मूल्य के हिसाब से 21 करोड़ के बराबर होगी।

प्रवासियों को लेकर बड़ा बयान दिया

अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद रूबी ने अवैध प्रवासियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चुनी जाने पर वह अवैध प्रवासियों को निष्कासित करेंगी। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में लिखा कि "मैं लिबरल पार्टी की नेता और कनाडा की प्रधानमंत्री की दौड़ में हूं, कनाडा की वापसी अब शुरू होती है। "

रूबी ढल्ला का जन्म मैनिटोबा के विनिपेग में पंजाबी प्रवासियों के घर में हुआ था। वह पहली बार साल 2004 में ब्रैंम्पटन-स्प्रिंगडेल सीट से हाउस ऑफ कॉमंस के लिए चुनी गई थी। इसके बाद साल 2006, 2008 में फिर से जीत दर्ज की। हालांकि 2011 के चुनाव में रूबी को हार का सामना करना पड़ा।

राजनीति के अलावा वह एक मॉडल और वर्तमान में होटल व्यवसायी भी हैं। फिलहाल वह प्रचार के लिए जुटी हैं और इसके लिए एक्स हैंडल पर #RubyforPM नारे के साथ लोगों के बीच अपने विचार व्यक्त कर रही हैं।