लखनऊः यूपी एटीएस द्वारा पकड़े गए अवैध धर्मांतरण गिरोह के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को बलरामपुर के उतरौला के मधुपुर क्षेत्र में छांगुर बाबा की आलीशान कोठी पर बुलडोजर चला दिया गया। प्रशासन ने इसे अवैध निर्माण करार देते हुए ध्वस्त करने की कार्रवाई की। छांगुर बाबा इसी कोठी से कथित रूप से अपने 'धर्मांतरण नेटवर्क' का संचालन करता था।
राज्य के मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि इस गिरोह से जुड़े 18 और लोगों की पहचान की गई है, जिनमें एक पूर्व मंत्री का नाम भी सामने आया है। उन्होंने कहा, "अगर कोई व्यक्ति धर्मांतरण कराकर अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करता है, तो बुलडोजर जरूर चलेगा।"
बुलडोजर एक्शन उस आलीशान कोठी पर चला जिसे सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था। यह कोठी छांगुर की कथित पत्नी नीतू नर्सरी उर्फ नसरीन व नवीन रोहेरा के नाम दर्ज थी। प्रशासन के मुताबिक, छांगुर ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए सरकारी भूमि पर निर्माण कराया था। इस पर पहले ही तीन नोटिस दिए जा चुके थे।
मंगलवार सुबह 10 बजे उतरौला एसडीएम रौशन बहादुर की निगरानी में प्रशासन, पुलिस, पीएसी और नगर निकाय की टीम ने कोठी को खाली कराया और उसके बाद बुलडोजर चला दिया गया। एसडीएम रौशन बहादुर ने कहा कि भवन बिना किसी वैध अनुमति के बना था और पूरी नियमानुसार कार्यवाही की गई।
पुलिस के मुताबिक, छांगुर बाबा ने नीतू उर्फ नसरीन के नाम पर न केवल संपत्ति खरीदी, बल्कि उसके पिता और बेटी का भी धर्म परिवर्तन करवाया। इस पूरे नेटवर्क में विदेशों से आने वाले फंड, ऑनलाइन प्रचार, झाड़-फूंक की दुकानें और कई संदिग्ध संस्थाओं की संलिप्तता सामने आई है।
धर्मांतरण के लिए करोड़ों की विदेशी फंडिंग
यूपी एटीएस ने 4 दिन पहले ही संगठित धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जिसमें छांगुर बाबा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि यह गिरोह युवतियों को प्रेमजाल में फंसा कर, झाड़-फूंक व अंधविश्वास के जरिए, जबरन इस्लाम कबूल करवाता था। गिरोह के पास 40 से अधिक बैंक खातों में 100 करोड़ रुपये से ज़्यादा की विदेशी फंडिंग का भी पता चला है।
एडीजी एलओ अमिताभ यश के अनुसार, छांगुर बाबा खुद को हजरत जलालुद्दीन पीर बाबा के रूप में प्रचारित करता था और बलरामपुर के उतरौला में धर्मांतरण का संगठित नेटवर्क चला रहा था। गिरोह के एजेंट नाबालिगों और महिलाओं को निशाना बनाते थे। कुछ पीड़ितों को विदेश भेजने का भी झांसा दिया जाता था। मामले की जांच एसटीएफ और प्रवर्तन निदेशालय (ED) दोनों कर रहे हैं। ईडी अब इस पूरे नेटवर्क की मनी ट्रेल की जांच में जुट गई है।
ऐसी सजा दी जाएगी जो समाज के लिए एक मिसाल बनेः सीएम योगी
इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य सरकार किसी भी सूरत में कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आरोपी और उसके गिरोह से जुड़े सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी और उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जो समाज के लिए एक मिसाल बने।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “हमारी सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी जलालुद्दीन की गतिविधियां समाज विरोधी ही नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं। राज्य में शांति, सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को भंग करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है।”
राज्य महिला आयोग ने छांगुर बाबा के लिए की फांसी की मांग
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को फांसी देने की मांग की है। बबीता चौहान ने छांगुर के अपराधों को “सुनियोजित साजिश” बताया और कड़ी निंदा करते हुए कहा, “हमारी बेटियां किसी की जहरीली सोच और जबरन धर्म परिवर्तन की प्रयोगशाला नहीं हैं। जो लोग लड़कियों का भरोसा तोड़ते हैं, उन्हें समाज में जीने का हक नहीं है। ऐसे लोगों को सीधा मृत्युदंड मिलना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही अवैध धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून बनाए हैं, अब समाज को भी ऐसे अपराधों के खिलाफ चुप नहीं रहना चाहिए।
चौहान ने यह भी कहा कि झूठ, धोखे और लालच से किसी का धर्म बदलवाना एक अक्षम्य अपराध है, और छांगुर बाबा जैसे लोगों को सबसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी बेटी ऐसी साजिश का शिकार न हो।