बजट: मधुबनी साड़ी पहने निर्मला सीतारमण ने बिहार के लिए किया छप्पड़ फाड़ ऐलान

निर्मला सीतारमण बजट पेश करने के लिए जैसे ही लोकसभा पहुंचीं और लोगों ने उन्हें मधुबनी पेंटिंग उकेरी साड़ी पहने दिखा। इसके बाद से अटकलें लगाई जा रही थीं कि बिहार को बहुत कुछ मिल सकता है।

एडिट
Nirmala Sitharaman

मधुबनी साड़ी में निर्मला सीतारमण Photograph: (IANS)

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री ने शनिवार को लोकसभा में 2025-2026 का आम बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने बिहार के लिए कई योजनाओं की घोषणा की। इसकी चर्चा खूब हो रही है। वैसे भी इस साल बिहार में चुनाव है। साथ ही नीतीश कुमार की पार्टी जदयू केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की अहम साझेदार हैं। ऐसे में बजट में बिहार पर जिस तरह के बड़े ऐलान हुए उसकी तो चर्चा है ही, साथ ही उस साड़ी की भी चर्चा है जिसे पहनकर निर्मला सीतारमण बजट भाषण के लिए संसद पहुंची थी। ऐसा इसलिए क्योंकि उस साड़ी का भी कनेक्शन बिहार से है।

दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण बजट पेश करने के जैसे ही लोकसभा पहुंचीं और लोगों ने उन्हें मधुबनी पेंटिंग उकेरी साड़ी पहने दिखा, तभी लोगों की उम्मीद बढ़ गई कि बिहार को बहुत कुछ मिलेगा। जाहिर है केंद्र सरकार ने भी बिहार के लोगों को नाराज नहीं किया और कई तोहफे दे दिए। इस साड़ी की कहानी से पहले एक नजर डालते हैं कि बिहार के लिए बजट में क्या बड़े ऐलान हुए?

बिहार में मखाना बोर्ड बनाने का ऐलान

वित्त मंत्री ने बिहार के लिए मखाना बोर्ड बनाने की घोषणा की जबकि राज्य में नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाए जाएंगे। इसके अलावा पटना आईआईटी और पटना एयरपोर्ट का भी विस्तार किया जाएगा। केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि मखाना के उत्पादन, विपणन और प्रसंस्करण को बढ़ावा देने के लिए बिहार में मखाना बोर्ड स्थापित किया जाएगा। 

माना जा रहा है कि यह घोषणा बिहार के किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी और मखाना बोर्ड के गठन होने से किसानों को और भी लाभ हो सकते हैं। बिहार में फिलहाल लगभग 35 हजार हेक्टेयर में मखाने की खेती होती है। 25 हजार किसान इससे जुड़े हुए हैं। देश में सबसे अधिक मखाना उत्पादन करने वाला राज्य बिहार है। 

लगातार बाढ़ की विभीषिका झेलते रहने वाले बिहार के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पश्चिमी कोशी नहर ईआरएम परियोजना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की, जिससे बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में 50,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर खेती करने वाले बड़ी संख्या में किसानों को लाभ मिलेगा। 

एयरपोर्ट सेवाओं और आईआईटी का विस्तार

वित्त मंत्री सीतारमण ने बिहार में एयरपोर्ट सेवाओं में विस्तार करने की घोषणा की है। उड़ान स्कीम के तहत देश के 120 नए स्थानों को एयरसेवा से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बजट में पटना एयरपोर्ट की क्षमता में व्यापक विस्तार करने की घोषणा की तथा बिहटा में ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जाने का भी ऐलान किया। 

केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने पटना स्थित आईआईटी का विस्तार करने का ऐलान किया। केंद्र सरकार के फैसले से बिहार के युवाओं को काफी सुविधा होगी। 

वहीं केंद्र सरकार ने बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान की स्थापना का फैसला लिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि 2014 के बाद खोले 5 आईआईटी में अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाएगा। इससे 6500 और छात्रों को शिक्षा मिलेगी। हॉस्टल और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया जाएगा। 

मधुबनी साड़ी की कहानी

बजट के मौके पर केंद्रीय मंत्री द्वारा पहनी गई साड़ी दरअसल मधुबनी पेंटिंग वाली साड़ी थी। इसमें मधुबनी की कला का चित्रण किया गया है। यह साड़ी उन्हें पद्म श्री विजेता दुलारी देवी ने भेंट की थी।

निर्मला सीतारमण जब मिथिला कला संस्थान में क्रेडिट आउटरीच प्रोग्राम में मधुबनी आई थीं, तो इस दौरान उनकी मुलाकात दुलारी देवी से हुई थी। तभी दुलारी देवी ने उन्हें यह साड़ी भेंट की थी और यह भी कहा था कि वह इसे बजट पेश करने के दौरान पहनें। लिहाजा, निर्मला सीतारमण ने दुलारी देवी के सम्मान में मधुबनी पेंटिंग को प्रदर्शित करती हुई यह साड़ी पहनी है। इस साड़ी को दुलारी देवी ने खुद अपने हाथों से वित्त मंत्री के लिए तैयार किया था।

मधुबनी की दुलारी देवी, पद्मश्री से किया गया था सम्मानित

दुलारी देवी का जन्म बिहार के मधुबनी में एक मछुआरा समुदाय में हुआ है। उनका जन्म एक ऐसे परिवेश में हुआ, जहां महिलाओं का कला से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं था और न ही उनके अंदर कभी इसे सीखने की कोई जिज्ञासा रही। लेकिन, उनके जीवन में कुछ ऐसी परिस्थितियां आईं कि उन्होंने मधुबनी पेंटिंग को अपने जीवन में पूरी तरह से आत्मसात कर लिया और यह उसी का नतीजा है कि आज वह इस शिखर पर हैं।

दुलारी देवी का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। बेहद ही अल्प आयु में उनकी शादी हो गई और महज 16 साल की उम्र में ही उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया था। उन्होंने लंबे समय तक एक घर में अपनी जीविका चलाने के लिए घरेलू सहायिका का काम किया। इस दौरान उनकी मुलाकात प्रसिद्ध मधुबनी चित्रकार कर्पूरी देवी से हुई।

कर्पूरी देवी ने उन्हें मधुबनी कला का ककहरा सिखाया। इसके बाद वह इस क्षेत्र में पारंगत हो गईं कि वह राष्ट्रीय स्तर की कलाकार बन गईं। मधुबनी पेंटिंग के क्षेत्र में प्रशंसनीय प्रदर्शन के लिए उन्हें पद्मश्री से भी पुरस्कृत किया गया।

दुलारी देवी द्वारा बनाई गई पेंटिंग लोगों के बीच में इसलिए भी चर्चा में रहती है, क्योंकि वह इसके जरिए सामाजिक मुद्दों को लेकर लोगों को जागरूक करती हैं। वह अब तक 1 हजार से भी अधिक पेंटिंग बना चुकी हैं, जिसके जरिए उन्होंने बाल विवाह, एड्स जागरूकता, भ्रूण हत्या को लेकर लोगों को जागरूक किया है।

बताते चलें कि बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में इसे लेकर पहले से ही आशा थी कि बिहार के लिए केंद्र सरकार बड़े तोहफे देगी। 

(समाचार एजेंसी IANS इनपुट के साथ)

यह भी पढ़ें
Here are a few more articles:
Read the Next Article