बीपीएससी परीक्षा: प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने किया गिरफ्तार, गांधी मैदान खाली कराया गया

पुलिस ने सोमवार तड़के करीब 4 बजे प्रशांत किशोर को हिरासत में लिया। इसके बाद उन्हें एम्स ले जाया गया।

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Patna: Jan Suraaj chief Prashant Kishor with others during an indefinite hunger strike demanding the cancellation of the 70th Integrated Combined Competitive (Preliminary) Examination (CCE), 2024, conducted by the BPSC, over allegations of a question paper leak near the Mahatma Gandhi statue in Patna on Saturday, January 04, 2025. (Photo: IANS)

प्रशांत किशोर 2 जनवरी से आमरण अनशन पर गांधी मैदान में बैठे थे (फोटो- IANS)

पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे प्रशांत किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को पटना के गांधी मैदान से सोमवार तड़के गिरफ्तार किया गया। प्रशांत किशोर 2 जनवरी से गांधी मैदान में आमरण अनशन पर हैं।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने किशोर के समर्थकों के हवाले से बताया कि पुलिस उन्हें मेडिकल जांच के लिए पटना एम्स ले गई। वहीं, जिला मजिस्ट्रेट चन्द्रशेखर सिंह ने पीटीआई को बताया कि गांधी मैदान में आयोजित धरना 'अवैध' है, क्योंकि इसे एक प्रतिबंधित स्थल पर किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, 'हां, गांधी मैदान में धरने पर बैठे किशोर और उनके समर्थकों को पुलिस ने सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। उन्हें अब अदालत में पेश किया जाएगा।' एक अन्य अधिकारी ने कहा कि पटना पुलिस ने गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास प्रतिबंधित स्थल पर आमरण अनशन करने के लिए किशोर के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

न्यूज-18 की एक रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने बताया है कि प्रशांत किशोर को सबसे पहले एम्बुलेंस से एम्स ले जाया गया। हालांकि, उन्होंने इलाज लेने से इनकार कर दिया है और अपना अनशन जारी रखने की बात कही है। इसके बाद पुलिस उन्हें पटना से बाहर नौबतपुर इलाके की ओर ले गई है। उन्हें कथित तौर पर किसी अज्ञात स्थान पर ले जाने की बात सामने आई है।

धक्का-मुक्की और हंगामा...सुबह 4 बजे उठा ले गई पुलिस

कुछ मीडियो रिपोर्ट के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार पुलिस ने सोमवार तड़के करीब 4 बजे प्रशांत किशोर को हिरासत में लिया। इस बीच पुलिस एक्शन के दौरान धक्कामुक्की की तस्वीरें भी सामने आईं। कुछ छात्रों और प्रशांत किशोर के समर्थकों ने उन्हें घेर लिया लेकिन पुलिस ने उन्हें खींचकर दूर कर दिया। पुलिस ने धरनास्थल को खाली करा लिया है।

पुलिस जब एम्स पहुंची, तो वहां भी ऐसे ही स्थिति दिखी। प्रशांत किशोर के समर्थकों और पुलिस के बीच खूब धक्क-मुक्की हुई। प्रशांत किशोर के कई समर्थक एंबुलेंस के सामने लेट गए थे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें घसीटकर हटाया।

पिछले साल 13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे छात्रों के समर्थन में प्रशांत किशोर ने 2 जनवरी से भूख हड़ताल शुरू की थी। इससे पहले से छात्र पिछले दो सप्ताह से अधिक समय से गांधी मैदान में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

पटना में क्यों छात्र, प्रशांत किशोर कर रहे प्रदर्शन?

बिहार में राजनीतिक पार्टी बनाने से पहले चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर बिहार राज्य लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा रद्द करने के छात्रों की मांग का समर्थन कर रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो गया था।

राज्य सरकार द्वारा एक केंद्र पर दोबारा परीक्षा कराने की घोषणा के बाद विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया। प्रशांत किशोर ने जोर दिया कि यह दिखाता है कि परीक्षा में अनियमितता हुई है। उन्होंने परीक्षा रद्द करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए कांग्रेस के राहुल गांधी और राजद के तेजस्वी यादव जैसे अन्य विपक्षी नेताओं से भी समर्थन मांगा है।

प्रशांत किशोर ने कहा था, 'ये नेता हमसे बहुत बड़े हैं। वे गांधी मैदान में पांच लाख लोगों को इकट्ठा कर सकते हैं...ऐसा करने का यही समय है। युवाओं का भविष्य दांव पर है। हम एक क्रूर शासन का सामना कर रहे हैं जिसने केवल तीन वर्षों में 87 बार लाठीचार्ज का आदेश दिया है।'

प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को चेतावनी भी दी थी कि अगर बीपीएससी परीक्षा की दोबारा परीक्षा कराने की घोषणा नहीं की गई, तो प्रदर्शनकारी उन्हें गांधी मैदान में हर साल होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित नहीं करने देंगे।

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