नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी मार्च महीने में पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करेगी। अभी पार्टी में राज्य इकाइयों के चुनाव हो रहे हैं। इसके बाद ये पार्टी अध्यक्ष के चुनाव होंगे। हालांकि, पार्टी के ये चुनाव जनवरी महीने में होने वाले थे लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनावों को देखते हुए इसमें थोड़ी देरी हुई है।

इसके अलावा कई राज्यों इकाइयों में भी चुनाव के चलते पार्टी अध्यक्ष के चुनावों में देरी हुई है। 

भारतीय जनता पार्टी के संविधान के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में कम से कम आधे राज्यों की इकाई हिस्सा लेती हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, इसे देखते हुए राज्य इकाइयों के चुनाव में तेजी आ गई है। 

कौन-कौन लेता है हिस्सा?

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए राज्य के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य सदस्य हिस्सा लेते हैं। हालांकि, अभी कुल 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में से 12 राज्यों में ही चुनाव संपन्न हुए हैं। ऐसे में पार्टी के संविधान को देखते हुए अभी छह राज्यों में चुनाव संपन्न होने चाहिए तभी राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी अध्यक्ष का चुनाव हो पाएगा। 

टाइम्स ऑफ इंडिया ने पार्टी सूत्रों के हवाले से लिखा है कि आने वाले 8-10 दिनों में बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश और कर्नाटक के साथ-साथ अन्य राज्यों में चुनाव संपन्न हो सकते हैं। इन राज्यों में चुनावों के बाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करेगी। 

संभवतः बिहार के प्रदेश अध्यक्ष फिर से अपना पद ग्रहण कर सकते हैं। अभी यहां पर दिलीप जायसवाल प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के जिला अध्यक्षों का चुनाव आने वाले चार दिनों में होने की संभावना है। 

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल फिलहाल लोकसभा चुनाव तक ही था लेकिन इसे कई बार बढ़ाया गया है। हालांकि अब उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के अंत तक भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा।