नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, लेकिन अब यह चुनाव उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद ही होने की संभावना है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति चुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया है, जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें तेज हो गई हैं।
आईएएनएस से बातचीत में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।" उन्होंने बताया कि देश के 26 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव पूरे किए जा चुके हैं, जबकि उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और गुजरात जैसे प्रमुख राज्यों में यह प्रक्रिया अंतिम दौर में है।
जब इन चुनावों में देरी की आशंका को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "अब हम अंतिम चरण में हैं। अगर कोई देरी होती है, तो वह बेहद सीमित होगी।"
एक अन्य वरिष्ठ नेता ने बताया कि "उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और गुजरात में नए राज्य अध्यक्षों का चुनाव संसद के मौजूदा मानसून सत्र (12 अगस्त) से पहले किया जा सकता है।" हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि "अगर किसी कारणवश यह नहीं हो पाता है, तो इसमें कुछ और सप्ताह लग सकते हैं।"
जेपी नड्डा, जो वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उनका कार्यकाल 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद समाप्त हो चुका है। लेकिन अब तक नए अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाया है। सूत्रों के मुताबिक, चुनावों में देरी के पीछे कई कारण हैं — जैसे कुछ राज्यों में संगठनात्मक चुनाव न हो पाना, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से औपचारिक मंजूरी लेना, जातीय संतुलन साधना और सार्वजनिक भावनाओं के अनुरूप नेतृत्व तैयार करना।