भाजपा नेता पांडुरंग मडकईकर ने गोवा सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, कहा- मंत्री पैसा गिनने में व्यस्त

मंगलवार को पणजी में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ बैठक के बाद मडकईकर ने मीडिया से बात करते हुए यह सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने कहा कि अपनी फाइल पास करवाने के लिए खुद एक मंत्री को 15 से 20 लाख रुपये दिए थे..

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Photograph: (X)

पणजीः गोवा के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता पांडुरंग मडकईकर ने अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि उन्होंने किसी मंत्री का नाम नहीं लिया, लेकिन दावा किया कि राज्य सरकार गैरकानूनी तरीके से पैसे कमा रही है। मडकईकर के इस बयान से सियासी हलचल मच गई है। वहीं, भाजपा नेताओं ने उन्हें मंत्रियों के नाम उजागर करने की चुनौती दी है।

मंगलवार को पणजी में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष के साथ बैठक के बाद मडकईकर ने मीडिया से बात करते हुए यह सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने कहा कि अपनी फाइल पास करवाने के लिए खुद एक मंत्री को 15 से 20 लाख रुपये दिए थे। उन्होंने कहा कि यह एक रूटीन काम था, लेकिन इसके बावजूद उनसे पैसे मांगे गए। मडकईकर ने यह भी कहा कि वह पार्टी छोड़ने के बाद मंत्री का नाम सार्वजनिक करेंगे। 

'सभी मंत्री पैसा गिनने में व्यस्त, कुछ काम नहीं हो रहा'

मडकईकर ने कहा, "सभी मंत्री पैसा गिनने में व्यस्त हैं। गोवा में कुछ भी काम नहीं हो रहा है। मैं भी मंत्री रह चुका हूं, मुझे अच्छी तरह पता है कि सरकार में मंत्री कैसे काम करते हैं। मैंने एक छोटे काम के लिए मंत्री को 15-20 लाख रुपये दिए, लेकिन उसने अब तक काम नहीं किया। मेरी फाइल अटकी पड़ी है। जब भी संपर्क करने की कोशिश की, तो मिलने से इनकार कर दिया गया।" उन्होंने भविष्यवाणी की कि कम से कम 50% विधायक अगला चुनाव हार जाएंगे क्योंकि लोग इन्हें सत्ता से बाहर करने का इंतजार कर रहे हैं।

मडकईकर के इस बयान पर विपक्ष ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाए हैं। वहीं, भाजपा नेताओं ने मडकईकर को मंत्री का नाम सार्वजनिक करने की चुनौती दी है। गोवा के उद्योग मंत्री माविन गोडिन्हो ने मडकईकर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "अगर उन्होंने किसी मंत्री को पैसे दिए हैं तो नाम बताएं, वरना इस तरह के बयान न दें।"

सामाजिक कल्याण मंत्री सुभाष फालदेसाई ने भी मडकईकर के आरोपों के सबूत मांगे। उन्होंने कहा, "मैं किसी काम के लिए पैसे नहीं लेता। मेरे पास ऐसा कोई विभाग नहीं है, जहां पैसे लिए जा सकें। इसलिए मैं इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।"

वहीं, परिवहन मंत्री मौविन गोडिन्हो ने मडकईकर पर पलटवार करते हुए कहा कि जिनका खुद का दामन दागदार है, उन्हें दूसरों पर उंगली उठाने से पहले अपने कार्यकाल की ओर देखना चाहिए।

विपक्ष का हमला

मडकईकर के आरोपों ने गोवा की राजनीति में हलचल मचा दी है और भाजपा सरकार पर विपक्ष के हमलों को तेज कर दिया है। विपक्षी आम आदमी पार्टी (AAP) ने जांच की मांग उठाई है। आप गोवा प्रमुख अमित पालेकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पणजी पुलिस मडकईकर के बयान संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज करें और पूर्व मंत्री से यह जानकारी मांगे कि उन्होंने एक मंत्री के पीए को कितनी रिश्वत दी थी।

कांग्रेस नेता यूरी अलेमाओ ने कहा कि मडकईकर खुद भी भ्रष्टाचार के लिए कुख्यात रहे हैं, लेकिन उनके आरोप बेहद गंभीर हैं। उन्होंने कहा, "अगर कोई मंत्री रिश्वत ले रहा है, तो उसका नाम सामने आना चाहिए और पुलिस में शिकायत दर्ज की जानी चाहिए। यह भाजपा के लिए कोई नई बात नहीं है। अब तो हर कोई जानता है कि गोवा में क्या हो रहा है।"

गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई ने पूर्व मंत्री पांडुरंग मडकईकर के दावे पर सरकार से कार्रवाई की मांग की है। सरदेसाई ने सरकार से अपील की है कि इस गंभीर आरोप पर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाए और जांच शुरू की जाए। सरदेसाई ने कहा कि सरकार को भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाना चाहिए और दोषियों को बेनकाब कर कार्रवाई करनी चाहिए।

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