संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सोमवार को वरिष्ठ भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की हत्या कर दी गई। सामने आई जानकारी के अनुसार तीन अज्ञात हमलावरों ने जहरीला इंजेक्शन घोंप कर उनकी हत्या की। वारदात के पीछे किसका हाथ है, फिलहाल इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है। 
गुलफाम यादव लंबे समय तक आरएसएस से भी जुड़े रहे थे। 2004 में उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ गुन्नौर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर उपचुनाव भी लड़ा था।

गुलफाम सिंह यादव की हत्या...क्या हुआ था?

गुन्नौर के सर्किल ऑफिसर दीपक तिवारी ने बताया कि 60 वर्षीय गुलफाम सिंह यादव जुनावई पुलिस स्टेशन के अंतर्गत दवथरा गांव में अपने खेत पर बैठे थे। इसी दौरान बाइक सवार तीन लोग उनके पास पहुंचे। इन्होंने उन्हें एक सुई भोंकी और भाग गए।

तीनों लोग गुलफाम यादव से मिलने की बात कहकर वहां पहुंचे थे। आरोपी उनके साथ बैठे और उनके स्वास्थ्य आदि के बारे में भी पूछा। इसके बाद इन्हें पानी मांगा। रिपोर्ट के अनुसार जब गुलफाम यादव उन्हें पानी पिलाने के बाद चारपाई पर लेट गए, तो उन्होंने मौके का फायदा उठाया और उनमें से एक ने उनके पेट में जहर का इंजेक्शन लगा दिया। 

इसके बाद भाजपा नेता की तबीयत तेजी से बिगड़ने लगी और वे दर्द से चिल्लाने लगे। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उन्हें नजदीकी अस्पताल ले गए। हालांकि, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। सीओ तिवारी ने कहा, 'यादव को इलाज के लिए अलीगढ़ ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। अभी तक पीड़ित परिवार की ओर से कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है। मामले की जांच के लिए पुलिस की एक टीम तैनात की गई है।'

फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार

अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम में मौत के कारण की पुष्टि नहीं हुई है। इसके बाद अधिकारियों ने आगे की जांच के लिए गुलफाम यादव के विसरा (शव से कुछ हिस्से) को सुरक्षित रख लिया है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई, एएसपी अनुकृति शर्मा और पुलिस की एक टीम मौके पर जांच के लिए पहुंची, जहां फोरेंसिक विशेषज्ञों ने खाली इंजेक्शन और हेलमेट बतौर सबूत जुटाए हैं। बिश्नोई ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और संदिग्धों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार गुलफाम सिंह यादव भाजपा में विभिन्न पदों के साथ 1976 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाहक भी रहे।  वह भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य और बदायूं जिले के महामंत्री भी रहे। उनकी पत्नी जावित्री तीसरी बार गांव प्रधान हैं। बेटे दिव्यप्रकाश जुनावई ब्लाक के प्रमुख भी रह चुके हैं।