तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि दिल्ली के चित्तरंजन पार्क में मछली और मांस की दुकानें बंद हैं। इसके लिए मोइत्रा ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। टीएमसी नेता ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि बीजेपी के गुंडे इलाके में एक मंदिर के बगल में अपना कारोबार चलाने के लिए मछली बाजार के व्यापारियों को धमका रहे है।
हालांकि, बीजेपी ने पलटवार करते हुए मोइत्रा पर इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के प्रयास में एक छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो पोस्ट करने का आरोप लगाया। मोइत्रा के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन मामले की जांच की जा रही है। वहीं, बीजेपी का कहना है कि यह वीडियो भ्रामक है और सीआर पार्क का नहीं है। सोशल मीडिया हेड अमित मालवीय ने अपनी बात को पुख्ता करने के लिए एक वीडियो भी पोस्ट किया है, जिसमें लोग कह रहे हैं कि उन्हें ऐसी कोई धमकी नहीं मिली है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, महुआ मोइत्रा द्वारा एक्स पर पोस्ट की गई क्लिप में, भगवा टी-शर्ट और जींस पहने एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों में से एक सीआर पार्क के नाम से मशहूर चित्तरंजन पार्क के मार्केट नंबर 1 में मंदिर के बगल में मछली बाजार लगाना गलत है। वीडियो में व्यक्ति ने कहा, बाजार मंदिर से सटा हुआ है। यह गलत है। इससे सनातन धर्म की भावनाएं आहत हो रही हैं। सनातन धर्म कहता है कि हमें किसी की हत्या नहीं करनी चाहिए… यह पूरी तरह से काल्पनिक है कि देवताओं को मछली और मांस चढ़ाया जाता है। शास्त्रों में ऐसा कोई प्रमाण नहीं है। पूरा देश यह देख रहा है।
Please watch saffron brigade BJP goons threaten fish-eating Bengalis of Chittaranjan Park, Delhi. Never in 60 years has this happened, residents say. pic.twitter.com/jt5NCQHo9i
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) April 8, 2025
वीडियो में एक दुकानदार उस व्यक्ति से कह रहा है कि मछली बाजार डीडीए ने आवंटित किया था। इस पर उस व्यक्ति ने कहा, हां मुझे पता है। डीडीए अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकता। हम उनकी गलतियों को सुधारेंगे। सीआर पार्क एक पॉश इलाका है और यहां विदेशी लोग आते हैं। मोइत्रा ने कहा, सीआर पार्क में जिस मंदिर पर बीजेपी के गुंडे दावा कर रहे हैं, उसे मांसाहारी विक्रेताओं ने बनवाया था। वे वहां प्रार्थना करते हैं। वहां बड़ी पूजाएं होती हैं। दिल्ली में बीजेपी सरकार के तीन महीने हो गए हैं। सालगिरह का अच्छा तोहफा।
बीजेपी ने लगाया साजिश का आरोप
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने इसे "कुछ राजनीतिक स्वार्थी तत्वों की साजिश" करार देते हुए कहा कि यह वीडियो जानबूझकर सामुदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार किया गया लगता है। उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दिल्ली पुलिस से त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दिल्ली पुलिस से तुरंत और सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, "सीआर पार्क का मछली बाजार और वहां के व्यापारी लंबे समय से इस इलाके का हिस्सा हैं और मंदिरों की पवित्रता का पूरा सम्मान करते हुए अपनी रोज़ी-रोटी चला रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "इस तरह की झूठी अफवाहें फैलाना या जानबूझकर विवाद खड़ा करना निंदनीय है। मैं पुलिस से अपील करता हूं कि इस मामले की गहराई से जांच की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
State President Shri @Virend_Sachdeva is addressing a Press Conference. https://t.co/EnmO4JclS3
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) April 9, 2025
महुआ मोइत्रा ने किया पलटवार
महुआ मोइत्रा अपना वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि मंदिर के बगल में अपनी कानूनी दुकानें चलाने वाले हिंदू मछली विक्रेताओं को डरा-धमका कर दुकानें बंद करवाने वाले भाजपा के गुंडे वीडियो में पकड़े गए, लेकिन अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए। नमस्ते दिल्ली पुलिस। या क्या हम सभी को ढोकला खाना चाहिए और जय श्री राम का जाप करना चाहिए?
Terrorising Hindu fishmongers into shutting legal shops next to a temple they built - BJP goons caught on video but not yet arrested. Hello @DelhiPolice - Or are we all supposed to eat dhoklas and chant Jai Shri Ram? pic.twitter.com/XKcRUEknFo
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) April 9, 2025
अमित मालवीय ने महुआ मोइत्रा के दावे को बताया झूठा
भारतीय जनता पार्टी के सोशल मीडिया प्रभारी अमित मालवीय ने महुआ मोइत्रा के दावे को झूठा करार देते हुए एक्स पर एक वीडियो भी पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने एक वीडियो पोस्ट किया, जो जाहिर तौर पर दिल्ली के सीआर पार्क का था, जिसमें आरोप लगाया गया कि कुछ लोग मंदिर के बगल में स्थित डीडीए-अनुमोदित मछली बाजार में विक्रेताओं को धमकी दे रहे थे। यह वीडियो झूठा और मनगढ़ंत है। ऐसा लगता है कि इसे समुदायों के बीच दुर्भावना को बढ़ावा देने के इरादे से बनाया गया है- और शायद 'बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला' विवाद से ध्यान भटकाने के लिए, जिसमें टीएमसी संसदीय दल वर्तमान में फंसा हुआ है।