नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने SIR को लेकर जारी प्रदर्शन के बीच कांग्रेस पर पलटवार करते हुए बड़ा आरोप लगाया है। भाजपा ने दावा किया है कि करीब 45 साल पहले सोनिया गांधी का नाम वोटर लिस्ट में अवैध तरीके से जोड़ा गया था जब वह भारत की नागरिक भी नहीं थीं। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दावा किया कि इटली में जन्मीं सोनिया गांधी का नाम 1980-82 में वोटर लिस्ट में जोड़ा गया जब वह भारत की नागरिक भी नहीं थीं। 

अमित मालवीय ने एक्स पर किया पोस्ट

इससे पहले भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी एक्स पर पोस्ट कर ऐसे ही आरोप लगाए थे। मालवीय ने एक्स पर पोस्ट किया, उसके मुताबिक, यह 1980 की मतदाता सूची के एक अंश की फोटोकॉपी है, जिससे पता चलता है कि सोनिया गांधी उस समय मतदाता थीं, जब वह भारत की नागरिक भी नहीं थीं। 

मालवीय ने पूछा "अगर यह चुनावी कदाचार नहीं है तो क्या है?"

मालवीय ने दावा किया कि सोनिया गांधी की शादी 1968 में हुई थी, उनका नाम वोटर लिस्ट में तब जोड़ा गया जब गांधी परिवार तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आधिकारिक आवास पर रहता था।

इस बीच अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी झूठ बोल रहे हैं और गलत आंकड़े दिखा रहे हैं। 

इन आरोपों पर कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने मतदाता सूची में अपना नाम शामिल करने की मांग नहीं की थी बल्कि चुनाव अधिकारियों ने ऐसा किया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सोनिया गांधी ने कभी भी मतदाता सूची में नाम शामिल करने का अनुरोध नहीं किया। 

कांग्रेस का वोट चोरी का दावा

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग और भाजपा की 'साठगांठ' बताकर 'वोट चोरी' का आरोप लगा रही है। वहीं, बिहार में एसआईआर को लेकर भी कांग्रेस हमलावर है। राहुल गांधी ने कर्नाटक की महादवेपुरा सीट का उदाहरण देते हुए धांधली का आरोप लगाया था। राहुल गांधी ने एक ही कमरे के पते पर 80 मतदाताओं के नाम होने की बात कही थी। 

विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव से पहले एक करोड़ वोट जोड़े गए। विपक्ष का आरोप है कि भाजपा का गठबंधन लोकसभा चुनावों में हार गया था और विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की।

विपक्ष खासकर राहुल गांधी के इन आरोपों पर चुनाव आयोग की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से घोषणा पत्र जमा करने को कहा है।