लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने मंगलवार को यूपी में दो और उम्मीदवारों की घोषणा की। भाजपा ने उत्तर प्रदेश की देवरिया सीट से  वर्तमान सांसद रमापति राम त्रिपाठी का टिकट काटकर शशांक मणि त्रिपाठी और फिरोजाबाद सीट से डॉ चंद्र सेन जादौन का टिकट काटकर ठाकुर विश्वदीप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है।

देवरिया में भाजपा ने मौजूदा सांसद रमापति राम त्रिपाठी का टिकट काट दिया है। उनकी जगह शशांक मणि त्रिपाठी को चुनावी मैदान में उतारा गया है। शशांक के पिता प्रकाश मणि त्रिपाठी सांसद रह चुके हैं। देवरिया से कांग्रेस ने राष्ट्रीय प्रवक्‍ता अखिलेश प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया है।

देवरिया लोकसभा सीट पिछले दो चुनावों से भाजपा के कब्‍जे में

देवरिया लोकसभा सीट पिछले दो चुनावों से भाजपा के कब्‍जे में है। 2014 के चुनाव में कलराज मिश्र ने यहां से  शानदार जीत हासिल की थी। उन्होंने बसपा के नियाज अहम को 2 लाख से अधिक मतों से पराजित किया था। वहीं 2019 में भाजपा ने रमापति राम त्रिपाठी को टिकट दिया और उन्होंने भी बसपा के विनोद कुमार जायसवाल को 2 लाख से अधिक मतों से हराया। बसपा इस सीट पर दोनों ही चुनाव में नंबर दो स्थान पर रही है। इस बार भाजपा ने यहां से फिर अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं। पूर्व सांसद प्रकाश मणि त्रिपाठी के बेटे शशांक मणि त्रिपाठी पर भरोसा जताया है। इस सीट के  चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो वर्ष 1996 और 1999 में भी यह सीट भाजपा के खाते में गई।

देवरिया लोकसभा सीट का चुनावी परिणाम 2014

पद उम्मीदवार का नाम मत वोट प्रतिशत दल
1 कलराज मिश्र 496,500 51.1% भाजपा
2 नियाज अहमद 231,114 23.8% बसपा
3 बालेश्वर यादव 150,852 15.5% सपा
4 सभा कुंवर 37,752 3.9%ृ कांग्रेस
5 राम प्रवेश 6,408 0.7% भारतीय एकता दल

देवरिया लोकसभा सीट का चुनावी परिणाम 2019

पद उम्मीदवार का नाम मत वोट प्रतिशत दल
1 रमापति राम त्रिपाठी 580,644 57.2% भाजपा
2 विनोद कुमार जायसवाल 330,713 32.6% बसपा
3 नियाज अहमद 51,056 5.0% कांग्रेस
4 इसरार अहमद 8,164 0.8% भारतीय आवाम एकता पार्टी
5 रामशीष राय 7,902 0.8% स्वतंत्र

देवरिया का चुनावी परिणाम (1957- 2019)

वर्षः     विजयी उम्मीदवार

2019: रमापति राम त्रिपाठी (भाजपाः
2014: कलराज मिश्र (भाजपा)
2009: गोरख प्रसाद जायसवाल (बसपा)
2004: मोहन सिंह (सपा)
1999: प्रकाश मणि (भाजपा)
1998: मोहन सिंह (सपा)
1996: श्रीप्रकाश मणि (भाजपा)
1991: मोहन सिंह (जनता दल)
1989: राजमंगल (जनता दल)
1984: राजमंगल पांडे (कांग्रेस)
1980: रामायन राय (कांग्रेस)
1977: उग्रसेन (भारतीय लोक दल)
1971: विश्वनाथ राय (कांग्रेस)
1967: बी. राय (कांग्रेस)
1962: वैश्वनाथ (कांग्रेस)
1957: रामजी वर्मा (प्रजा सोशलिस्ट पार्टी)

भाजपा ने फिरोजाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद चंद्र सेन जादौन का टिकट भी काट दिया गया है। उनकी जगह पार्टी ने क्षत्रिय चेहरे ठाकुर विश्वदीप सिंह पर दांव लगाया है। विश्वदीप सिंह के पिता ठाकुर बृजराज सिंह भी 1957 से 1962 तक संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से सांसद रहे हैं। सपा ने यहां से रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव को फिर से टिकट दिया है। सपा ने अक्षय यादव पर लगातार तीसरी बार दांव लगाया गया है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी इस सीट पर विश्वदीप और अक्षय यादव आमने-सामने थे। तब ठाकुर विश्वदीप सिंह बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। अक्षय यादव ने विश्वदीप को 1 लाख से अधिक मतों से हराया था। विश्वदीप तीसरे स्थान पर थे जबकि भाजपा के प्रो. एसपी सिंह बघेल 420,524 वोट पाकर दूसरे नंबर थे। अक्षय यादव को 534,583 वोट पड़े थे। वहीं 2019 में अक्षय यादव भाजपा के चंद्रसेन जादौन से 28,778 वोटों से हार गए थे।

फिरोजाबाद का चुनावी परिणाम (1957- 2019)

वर्षः     विजयी उम्मीदवार

1957: बृजराय सिंह (स्वतंत्र)
1962: शंभूनाथ चतुर्वेदी
1967: एस.सी. लाल ( संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी)
1971: छत्रपति अंबेश (कांग्रेस)
1977: रामजी लाल सुमन (भारतीय लोक दल)
1980: राजेश कुमार सिंह (स्वतंत्र)
1984: गंगा राम (कांग्रेस)
1989: रामजी लाल सुमन (जनता दल)
1991ः प्रभुदयाल कठेरिया (भाजपा)
1996: प्रभुदयाल कठेरिया (भाजपा)
1998 : प्रभुदयाल कठेरिया (भाजपा)
1999: रामजी लाल सुमन (सपा)
2004: प्रभुदयाल कठेरिया (भाजपा)
2009: अखिलेश यादव (सपा)
2009ः राज बब्बर (कांग्रेस)
2014: अक्षय यादव (सपा)
2019: चंद्रसेन (भाजपा)